शनिवार, 10 अगस्त 2013

अब पाकिस्‍तान से यूएई भाग गया है दाऊद इब्राहिम!



पाकिस्तान ने पहली बार कबूल किया है कि भारत का मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम का पाकिस्तान में ठिकाना था। नवाज शरीफ के विशेष दूत शहरयार खान ने इस कबूलनामे के साथ ही ये भी दावा किया है कि दाऊद अब पाकिस्तान में नहीं है और उसे अब यहां भारत के खिलाफ काम करने की इजाजत भी नहीं होगी। लेकिन शहरयार के दावों पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

क्‍या अबतक पाकिस्तान में था दाऊद?
पाकिस्तान ने पहली बार माना है कि उसकी सरजमीं पर दाऊद का पता ठिकाना रहा है। ये बात किसी और ने नहीं, बल्कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष दूत शहरयार खान ने कबूल की है। शहरयार ने माना है कि दाऊद पहले पाकिस्तान में ही था, लेकिन अब वो यूएई भाग गया है।

शहरयार खान का ये भी दावा है कि अगर दाऊद पाकिस्तान आता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। शहरयार के इस कबूलनामे और दावों पर कई सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, अब तक पाकिस्तान यही कहता रहा है कि दाऊद का ठिकाना उसके देश में नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान के किस सच पर यकीन किया जाए?

भारतीय रक्षा विशेज्ञष भरत वर्मा का कहना है कि हमें पाकिस्‍तान की इस बात पर तब तक विश्‍वास नहीं करना चाहिए, जब तक हमारे पास इसके पुख्‍ता सबूत न हों। हमारी इंटेलिजेंस एजेंसी जब तक यह न कह दे कि अब दाऊद पाकिस्‍तान में नहीं है, तब तक हमें पाक पर यकीन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही उन्‍होंने आशंका जताई कि पाक द्वारा यह बयान ध्‍यान भटकाने के लिए दिया गया है।

सवाल ये भी है कि अगर दाऊद पाकिस्तान में था तो अबतक पाकिस्तान इस बात से इनकार क्यों करता रहा? दाऊद पर पाक के कबूलनामे की जगह और टाइमिंग को लेकर भी सावल हो सकते हैं।

लंदन में एक कार्यक्रम में शामिल शहरयार खान ने दाऊद के बारे में ये खुलासा किया। सितंबर में भारत और पाक के प्रधानमंत्री की मुलाकात होनी है। ऐसे में दाऊद पर ये कबूलनामा खुद को पाक साफ बताने की पाकिस्तानी रणनीति का हिस्सा भी हो सकती है। वैसे भी पुंछ में भारतीय सैनिकों पर पाक के हमले के बाद भारत में पाकिस्तान से बातचीत ना करने का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर दबाव है।

बता दें कि मुंबई बम धमाकों का आरोपी दाऊद इब्राहिम भारत का मोस्ट वाटेंड आतंकवादी है। भारतीय की खुफिया एजेंसियों का दावा है कि दाऊद अभी भी पाकिस्तान के कराची में आईएसआई की निगरानी में रह रहा है। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान अपने को पाक साफ साबित कर भारत और अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को भरमाने की कोशिश कर रहा है।

अब तक दाऊद के मुद्दे पर झूठ बोल रहे पाकिस्तान ने अचानक ये कैसे कबूल कर लिया कि दाऊद कभी उसकी सरजमीं पर था। क्या ये भारत को गुमराह करने की एक और कोशिश है या फिर सच में पाकिस्तान दाऊद से आजिज आ चुका है और उसे चुपके से यूएई शिफ्ट कर दिया गया है। सच जो भी हो लेकिन पाकिस्तान के हुक्मरानों पर उठ रहे हैं, कई सवाल उनकी सच्चाई पर भी और सवाल उनके सालों से बोलते आए झूठ पर भी।

अब सवाल उठते हैं-
-क्या दाऊद के मुद्दे पर अब भी सच बोल रहा है पाकिस्तान?
-क्या ये भारत से तनाव कम करने के लिए पाक का नया शिगूफा है?
-अब तक दाऊद के वहां होने से क्यों इनकार करता रहा है पाकिस्तान?
-नवाज शरीफ पहले भी पीएम रह चुके हैं, क्या तब दाऊद पाकिस्तान में था?
-भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद कब पाकिस्तान से यूएई भागा?
-किसकी सरपरस्ती में दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में छुपा हुआ था?
-भारत का सबसे बड़ा दुश्मन दाऊद कब से कब तक पाकिस्तान में रहा?
-मुंबई से बलजीत परमार के साथ संतोष तिवारी पी7 न्यूज

कौन हैं शहरयार खान?
नवाज शरीफ के बेहद करीबी शहरयार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार भी हैं। भारत से संबंध बेहतर करने के लिए उन्हें नवाज शरीफ ने विशेष दूत का दर्जा दे रखा है। पाकिस्तान की विदेश नीति में शहरयार खान का हमेशा दखल रही है। वे पाकिस्तानी सेना के भी चहेते रहे हैं। जॉर्डन, इंग्लैंड और फ्रांस सहित कई देशों में उन्होंने पाकिस्तानी राजदूत की भूमिका निभाई। 1990 से 1994 तक वे पाकिस्तान के विदेश सचिव भी रहे। खास बात ये है कि उनका जन्म भारत में ही हुआ है। भोपाल के नवाब मोहम्मद सरवर अली खान के घर जन्मे शहरयार मशहूर क्रिकेटर रहे मंसूर अली खान पटौदी के चचेरे भाई हैं। वे पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।

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