श्रीगंगानगर। शहर में स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह स्थल से कुछ दूरी पर बुधवार को बम मिलने से सनसनी फैल गई। सेना के दस्ते ने मौके पर पहुंचकर बम को डिफ्यूज किया। इसका धमाका करीब एक किलोमीटर की परिधि में सुनाई दिया। जिस जगह बम मिला उससे कुछ कदम की दूरी पर महाराजा गंगासिंह स्टेडियम है, जहां गुरूवार को स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह आयोजित होना है।
सेना के दस्ते के प्रभारी ने पत्रिका को बताया कि पुराना बम था। कयास लगाए जा रहे है कि 1971 की भारत-पाक जंग के दौरान सेना यहीं तैनात रही थी। यह बम उसी समय अथवा ऑपरेशन पराक्रम के दौरान गिर गया होगा।
पुलिस को दोपहर करीब 12 बजे स्टेडियम से सटे डॉ. भीमराव अम्बेडकर कॉलेज के खेल मैदान में बम पड़ा होने की सूचना मिली। सबसे पहले बम को कॉलेज के निर्माणाधीन वाहन स्टैण्ड में काम कर रहे मजदूरों ने देखा। उन्होंने हिन्दुमलकोट मार्ग से गुजर रहे यातायात थानाधिकारी धीरेन्द्र सिंह को सूचना दी। इसके बाद सूचना कोतवाली में पहुंची और बम के चारों तरफ मिट्टी से भरे थ्ौले रखे गए।
पुलिस ने साधुवाली छावनी में सैन्य अधिकारियों से सम्पर्क साधा। सेना का दस्ता शाम करीब चार बजे स्टेडियम पहुंचा। उन्होंने बम का बारीकी से निरीक्षण किया और उठाकर कॉलेज के खाली मैदान में ले गए। गड्ढे में रखकर बम डिफ्यूज करने का ऑपरेशन शुरू किया। शाम 4 बजकर 40 मिनट पर जोरदार धमाका हुआ। एक बारगी विस्फोट स्थल के आस-पास मिट्टी का गुब्बार छा गया।
धमाके की आवाज सुनकर खाली मैदान के पास की कॉलोनी के लोग और बच्चे आ गए। पुलिस कर्मियों ने लोगों को दूर हटाया। सेना ने 4 बजकर 50 मिनट पर ऑपरेशन पूरा किया। इसके बाद सैन्य दस्ता वापस लौट गया।
सेना के दस्ते के प्रभारी ने पत्रिका को बताया कि पुराना बम था। कयास लगाए जा रहे है कि 1971 की भारत-पाक जंग के दौरान सेना यहीं तैनात रही थी। यह बम उसी समय अथवा ऑपरेशन पराक्रम के दौरान गिर गया होगा।
पुलिस को दोपहर करीब 12 बजे स्टेडियम से सटे डॉ. भीमराव अम्बेडकर कॉलेज के खेल मैदान में बम पड़ा होने की सूचना मिली। सबसे पहले बम को कॉलेज के निर्माणाधीन वाहन स्टैण्ड में काम कर रहे मजदूरों ने देखा। उन्होंने हिन्दुमलकोट मार्ग से गुजर रहे यातायात थानाधिकारी धीरेन्द्र सिंह को सूचना दी। इसके बाद सूचना कोतवाली में पहुंची और बम के चारों तरफ मिट्टी से भरे थ्ौले रखे गए।
पुलिस ने साधुवाली छावनी में सैन्य अधिकारियों से सम्पर्क साधा। सेना का दस्ता शाम करीब चार बजे स्टेडियम पहुंचा। उन्होंने बम का बारीकी से निरीक्षण किया और उठाकर कॉलेज के खाली मैदान में ले गए। गड्ढे में रखकर बम डिफ्यूज करने का ऑपरेशन शुरू किया। शाम 4 बजकर 40 मिनट पर जोरदार धमाका हुआ। एक बारगी विस्फोट स्थल के आस-पास मिट्टी का गुब्बार छा गया।
धमाके की आवाज सुनकर खाली मैदान के पास की कॉलोनी के लोग और बच्चे आ गए। पुलिस कर्मियों ने लोगों को दूर हटाया। सेना ने 4 बजकर 50 मिनट पर ऑपरेशन पूरा किया। इसके बाद सैन्य दस्ता वापस लौट गया।
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