बुधवार, 10 जुलाई 2013

जज के सामने ब्लैड से काट ली गर्दन

जज के सामने ब्लैड से काट ली गर्दन
मदुरै। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को निशाना बनाकर पाइप बम लगाने के मामले के आरोपी ने मंगलवार को अदालत में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने ब्लेड से अपनी गर्दन काट ली।

आटो रिक्शा चालक एल.जहीर हुसैन (27) को गत 28 मार्च को तमिलनाडु सीबीसीआईडी पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया था। हुसैन के खिलाफ आडवाणी को निशाना बनाकर शक्तिशाली पाइप बम लगाने और मदुरै के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। इस समय वह तिरूनेलवेली जिले के पलयाम्कोट्टई में अतिसुरक्षा वाली केन्द्रीय जेल में बंद था।

पुलिस ने बताया कि एसआईटी अधिकारियों ने हुसैन की रिमांड अवधि बढ़वाने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तिरूमंगलम में अदालत में पेश किया था। न्यायाधीश एस.पन्नीर सेल्वम के सामने हुसैन ने नारे लगाते हुए उसे इस मामले में रिहा करने की मांग की। इसी दौरान उसने अचानक एक ब्लेड अपनी जेब से निकाला और अपनी गर्दन काट ली। उसे तुरन्त सरकारी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में इलाज के बाद उसे वापस केन्द्रीय जेल में जाया गया।


यह दूसरी बार है जब हुसैन ने न्यायाधीश के सामने ब्लेड से खुद को चोट पहुंचाई है। इससे पूर्व उसने गत 10 अप्रेल को भी न्यायाधीश के सामने ब्लेड से अपना हाथ काट लिया था। तिरूमंगलम पुलिस ने हुसैन के खिलाफ आत्महत्या का प्रयास करने और खुद को चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। हालांकि अभी तक यह रहस्य बना हुआ है कि उसने ब्लेड का इंतजाम कैसे कर लिया जबकि वह पुलिस हिरासत में है।

उल्लेखनीय है कि आडवाणी को निशाना बनाकर 28 अक्टूबर 2011 को मदुरै जिले के तिरूमंगलम के निकट अलाम्पट्टी गांव में रास्ते में दो शक्तिशाली पाइप बम लगाए गए थे। हालांकि इस घटना में आडवाणी चमत्कारिक ढंग से बच गए थे क्योंकि पुलिस ने स्थानीय लोगों की एक गोपनीय सूचना पर इन बमों को आडवाणी के वहां से गुजरने के कुछ मिनटों पहले ही निष्क्रिय कर दिया था।

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