शनिवार, 13 जुलाई 2013

'सीएम और पेट्रोलियम मंत्री अपने आपको समझते क्या हैं? सबको ठीक कर दूंगा'

'सीएम और पेट्रोलियम मंत्री अपने आपको समझते क्या हैं? सबको ठीक कर दूंगा'

जयपुर. बुधवार का दिन। शास्त्रीभवन स्थित पेट्रोलियम मंत्रालय। राजस्थान के एक नेता पहले पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली से मिलना चाहते हैं, लेकिन जैसे ही उन्हें बताया जाता है कि वे विदेश गए हैं तो वे जोर-जोर से बोलने लगते हैं-मुझे बताओ, कहां हैं मोइली? ये मोइली मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिल गए हैं। ये बाड़मेर के लोगों से धोखा कर रहे हैं। गहलोत और मोइली अपने आपको समझते क्या हैं! मैं सबको ठीक कर दूंगा। ये जानते नहीं, मुझे लोग कर्नल सोनाराम कहते हैं! मैं सोनिया गांधी से शिकायत करूंगा।

शोर सुनकर मंत्रालय के अधिकारी कर्मचारी तक झांकने लगते हैं। लोग एक-दूसरे से पता करते हैं तो जानकारी मिलती है कि ये कांग्रेस विधायक और पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम हैं और रिफाइनरी की जगह बदलने को लेकर आग बबूला हैं। राजस्थान की रिफाइनरी लीलाला के बजाय पचपदरा तय करने के विरोध में कर्नल सोनाराम मंगलवार और बुधवार को दिल्ली में पेट्रोलियम मंत्रालय और पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों से मिले।

वे पेट्रोलियम सचिव विवेक रॉय, एडिशनल सेक्रेटरी राजीवकुमार, एडिशनल सेक्रेटरी और फाइनेंशल एडवाइजर एससी खूंटिया और ज्वाइंट सेक्रेटरी रिफाइनरी आरके सिंह से मुलाकात की कोशिशें कीं, लेकिन उनकी बातचीत सिर्फ सिंह ने ही सुनी। इसके बाद वे पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन से भी मुलाकात की।


हां, मैं दिल्ली गया था : सोनाराम

हां, मैं दिल्ली गया था। सबको हकीकत बताई। मैं मिलने तो मोइली से गया था, लेकिन वह तो विदेश गए थे। लेकिन मैंने सबको खरा-खरा कहा।

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