शुक्रवार, 26 जुलाई 2013

"रिफाइनरी के मुद्दे को भड़का रहा विपक्ष"

"रिफाइनरी के मुद्दे को भड़का रहा विपक्ष"
जोधपुर। रिफाइनरी के स्थान परिवर्तन के बाद चल रहे विवाद और राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम इस विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्ष इस पूरे मामले में लोगों को भड़का रहा है। वे बोले-हम पूरा विवाद ही खत्म कर देंगे।

इस संबंध में वे सभी पक्षों से बातचीत कर रहे हैं। गुरूवार को जोधपुर में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जोधपुर एम्स) के निरीक्षण के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद के साथ आए मुख्यमंत्री गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत मेंकहा कि जब एम्स का फैसला हुआ था तब भी विपक्ष ने विवाद खड़ा किया था। यहां पूंजला गोकुलजी की प्याऊ स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में लेपटॉप वितरण समारोह में गहलोत ने कहा कि पहले एम्स नागौर रोड पर स्थापित करना था। विपक्ष ने आरोप लगाया कि नागौर रोड माली समाज का इलाका है, इसलिए एम्स वहां ला रहे हैं।

फिर एम्स को काजरी के पास ले गए। वहां पॉल्यूशन बहुत है। वे बोले-अब रिफाइनरी की जगह को लेकर विवाद शुरू हो गया। लोगों को चाहिए कि वे जगह की लड़ाई में ना पड़े। सभी को समझदारी दिखानी चाहिए। रिफाइनरी तो बाड़मेर जिले में ही खुल रही है। इससे पूरे राजस्थान को फायदा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि रिफाइनरी स्थापित करने के लिए प्रदेश में सबसे बड़ा 40 हजार करोड़ का निवेश किया जा रहा है जो बाड़मेर के साथ ही पूरे प्रदेश की तस्वीर बदल देगा। इसमें विपक्ष को भी सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए। हम लोगों को इस बारे में समझाने का प्रयास कर रहे हैं। विकास की बात पर राजनीति उचित नहीं है।

"जनता को माई बाप"
चुनावी साल में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता तो आत्मा से वोट डालती है। वह तो माई बाप होती है। काम करना तो हमारा फर्ज है। जनता जिसको चाहती है, उसे ही सत्ता सौंपती है।

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