गुरुवार, 25 जुलाई 2013

राजस्थान में रिफायनरी पर कांग्रेस में भूचाल

राजस्थान में रिफायनरी पर कांग्रेस में भूचाल



बाड़मेर राजस्थान में रिफायनरी पर कांग्रेस में भूचाल आ गया गया है बुधवार को ही राजस्थान कद्वार जाट नेता और अशोक गहलोत सरकार के राजस्व मत्री हेमाराम चोधरी ने रिफायनरी स्थान परिवर्तन विवाद के चलते अपना इस्तीपा मुख्यमंत्री को भजे दिया वही इस मामले पहले ही अशोक गहलोत के धुर विरोधी माने जाने वाले सोनाराम चोधरी अपने हजारो समर्थको के साथ अपनी ही सरकार के खिलाफ रिफायनरी को लिलाला लगाने को लेकर सडको पर उतर चुके है इस बीच रिफायनरी के आन्दोलन को देखते हुए बाड़मेर जिला कलेक्टर ने तेल इलाके में धारा 144 लागु कर दी है
राजस्थान में रिफायनरी के स्थान परिवतर्न के बाद से ही बाड़मेर जिले हजारो लोगो के साथ राजस्थान के कदावर जाट नेता सोनाराम चोधरी ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर एक महापड़ाव कर जिसमे करीब आठ से दस हजार लोगो के बीच यह ऐलान कर दिया था कि जब तेल हमारा तो रिफायनरी कही और क्यों कर्नल ने मच से सूबे के मुख्यमंत्री को धमकी दे डाली थी कि रिफायनरी तो अब लिलाला में लगेगी उसके बाद से ही राजस्थान में रिफायनरी पर कांग्रेस में भूचाल आ गया गया था रिफाइनरी के स्थान को लेकर लगातार हो रहे आंदोलन को देखते हुए दो दिन पहले सांसद हरीश चौधरी, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, जिला प्रमुख मदन कौर ने बाड़मेर में एक फार्महाउस में भी किसानों से चर्चा की थी। इसके बाद बुधवार को तीनों इस मसले को हल करने लीलाला पहुंचे थे।कर्नल सोनाराम कहा कि अगर दस फीसदी लोग राजी नहीं है तो इसका मतलब यह नहीं होता कि सारे लोग जमीन देने को तैयार नहीं है। नब्बे फीसदी किसान अपनी जमीन देने को तैयार है। इसके बावजूद भी जो लोग जमीन नहीं देना चाहते है उसके एवज में आसपास की ढाणियों के किसान जमीन देने को तैयार हैं। बायतु के नब्बे फीसदी किसान जमीन देने को राजी है इस बात को लेकर किसानो के साथ हेमाराम चोधरी ,राजस्व मत्री बात करने के लिए आए थे लेकिन हेमाराम चोधरी से हमने कहा कि आप हमारी पेरवी जयपुर में करे इस बात पर हेमराम चोधरी नाराज हो गए रिफायनरी को लेकर पहले किसानो एक करोड़ मागे थे वो बीजेपी के नेता नहीं चाहते थे कि रिफायनरी लिलाला लगे इस पर सरकार ने रिफायनरी की पचपदरा में घोषणा कर दी में खुद अब CM से मिलुगा और उन्हें बताउगा कि किसान जमीन देने को राजी है

.इस दोहरान राजस्व मंत्री हेमाराम चोधरी और सोनाराम चोधरी में जमकर नोक झोक हुई और एक दुसरे पर जमकर आरोप भी लगाए आप खुद फुटेज में देख सकते है किस तरह राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी और कर्नल सोनाराम चौधरी एक दुसरे के आमने सामने हो रहे है फिर वह नेताओ ने बीच बचाव कर मामले को शांत किया हेमाराम चोधरी ने बुधवार को इस्तीपे के बाद गुरुवार को सुबह हेमाराम चोधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रिफायनरी को लेकर जो विवाद चल रहा है उस पर जो आन्दोलन चल रहा है इस पर जिस तरह से मुझ पर आरोप लगाया जा रहा है इससे आहत होकर और रिफायनरी के मुदे का हल हो व् बाड़मेर का विकास हो इसलिए में अपनी इस्तिपा दे रहा हु में आज की राजनीति से आहत हु और मुझ पर वसुंधरा जिस तरह से आरोप लगा रही है इसको लेकर में कहना चाहता हु मेने एक इंच भी जमीन नहीं खरीदी है


. बैठक में लीलाला व आसपास के गांवों से करीब अस्सी से नब्बे फीसदी किसानों ने एक सूर में यह कह दिया कि हम जमीन देने को तैयार है, रिफाइनरी लीलाला में ही लगनी चाहिए। किसान नेता सोहन भाम्भू के अनुसार किसान जमीन देने को तयार है अब हम आन्दोलन की रणनीती बनाएगे हमारी एक ही माग है कि रिफायनरी लिलाला में लगे इसके लिए सभी नेता हमारी बात आगे रखे अगर सरकार ने रिफायनरी की घोषणा लिलाला ने नहीं की तो हमारा आन्दोलन और तेज होगा

कुछ दिन पहले ही एच पी सी एल के साथ रिफायनरी को पचपदरा लगाने के लिए सराकर और एच पी सी एल े साथ करार हुआ था वही दूसरी कांग्रेस आलकमान रिफायनरी का काम जल्दी शरू हो इसलिए अब इसकी मंजूरी के लिए केंद्र में केबिनेट के पास प्रस्ताव मंजूरी के पास है राजस्थान में रिफायनरी पर कांग्रेस में किस तरह का भूचाल है इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि आन्दोलन के चलते तेल इलाको में धारा 144 बुधवार को रात में ही लगा दी है गोरतलब है राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने है जाट नेताओ का यह भी आरोप है कि सूबे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान के कद्वार जाट नेता कर्नल सोनाराम चौधरी को निचा दिखाने और जोधपुर को फायदा पहुचाने के लिए रिफायनरी को पचपदरा लगा रहे है मतलब साफ है कि अब गहलोत को न तो खाते बन रही है और न ही उगलते --

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