नया खुलासा: ढाबे पर बन रहा मिड-डे मील
जयपुर/आंतेला। बिहार में 23 स्कूली बच्चों की मौत के बाद सरकारी स्कूलों में परोसे जाने वाले पोषाहार में हो रही लापरवाही की परतें एक के बाद एक परतें खुलती जा रही है। इसी कड़ी में राजस्थान की राजधानी के करीब आंतेला क्षेत्र के स्कूलों की पड़ताल में पोषाहार के ढाबे पर बनने का खुलासा हुआ है।
स्थानीय प्रशासन की एक टीम शनिवार को जब जायपाला के सरकारी स्कूल पहुंची तो वहां पोषाहार रजिस्टर में दर्ज संख्या की तुलना में कम स्टूडेंट्स मिले। पोषाहार बनाने वाली महिला की जानकारी मांगी गई तो पता चला पोषाहार ढाबे से बनकर आ रहा है। जबकि पोषाहार पकाने के लिए 1000 रूपए/महीना किसी महिला के नाम से उठाए जा रहे हैं।
कलक्टर के आदेश पर जांच
जानकारी के अनुसार जिला कलक्टर के आदेश पर क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में जाकर मिड डे मील की जांच के निर्देश दिए थे। जांच में अनियमितताएं पाए जाने पर विराटनगर बीईईओ हनुमानसहाय गुर्जर ने पोषाहार बनाने वाली महिला की शीघ्र व्यवस्था कर विद्यालय प्रशासन की देखरेख में शाला में ही पोषाहार बनाने के निर्देश दिए गए है।
महिला नहीं मिली तो ढाबे से बनवाया
उधर,स्कूल प्रधान बंशीधर यादव का कहना है कि पोषाहार बनाने वाली महिला की व्यवस्था नहीें होने पर वैकल्पिकव्यस्था के तौर पर बाहर से पोषाहार तैयार कर मंगवाया जा रहा है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को पहले भी अवगत कराया जा चुका है।
जयपुर/आंतेला। बिहार में 23 स्कूली बच्चों की मौत के बाद सरकारी स्कूलों में परोसे जाने वाले पोषाहार में हो रही लापरवाही की परतें एक के बाद एक परतें खुलती जा रही है। इसी कड़ी में राजस्थान की राजधानी के करीब आंतेला क्षेत्र के स्कूलों की पड़ताल में पोषाहार के ढाबे पर बनने का खुलासा हुआ है।
स्थानीय प्रशासन की एक टीम शनिवार को जब जायपाला के सरकारी स्कूल पहुंची तो वहां पोषाहार रजिस्टर में दर्ज संख्या की तुलना में कम स्टूडेंट्स मिले। पोषाहार बनाने वाली महिला की जानकारी मांगी गई तो पता चला पोषाहार ढाबे से बनकर आ रहा है। जबकि पोषाहार पकाने के लिए 1000 रूपए/महीना किसी महिला के नाम से उठाए जा रहे हैं।
कलक्टर के आदेश पर जांच
जानकारी के अनुसार जिला कलक्टर के आदेश पर क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में जाकर मिड डे मील की जांच के निर्देश दिए थे। जांच में अनियमितताएं पाए जाने पर विराटनगर बीईईओ हनुमानसहाय गुर्जर ने पोषाहार बनाने वाली महिला की शीघ्र व्यवस्था कर विद्यालय प्रशासन की देखरेख में शाला में ही पोषाहार बनाने के निर्देश दिए गए है।
महिला नहीं मिली तो ढाबे से बनवाया
उधर,स्कूल प्रधान बंशीधर यादव का कहना है कि पोषाहार बनाने वाली महिला की व्यवस्था नहीें होने पर वैकल्पिकव्यस्था के तौर पर बाहर से पोषाहार तैयार कर मंगवाया जा रहा है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को पहले भी अवगत कराया जा चुका है।
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