राई। करीब दो माह से फरार सस्पेंड कांस्टेबल को उसकी प्रेमिका के साथ दिल्ली के एक होटल से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दो दिन पहले शनिवार को चंडीगढ़ में पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी सिपाही बसंत इंस्पेक्टर की हत्या कर भाग निकला था। हरियाणा और चंडीगढ़ पुलिस ने उस पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी की सूचना चंडीगढ़ पुलिस का दे दी गई। बसंत चंडीगढ़ पुलिस में तैनात था।
दोनों पहाडग़ंज इलाके के एक होटल में ठहरे थे। इसकी सूचना मिलने पर डीएसपी अजीत सिंह ने राई थाना एसएचओ सुल्तान सिंह के साथ एक टीम बनाई और होटल पर छापा मारा। पुलिस ने दोनों को रविवार सुबह कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
अब जिंदगी कटेगी सलाखों के पीछे
गोरड़ गांव की सरिता की शादी 15 अप्रैल को दीपालपुर गांव के संदीप से हुई थी। सरिता का अपने गांव के ही बसंत के साथ प्रेम प्रसंग था। चंडीगढ़ पुलिस से सस्पेंड कांस्टेबल बसंत ने कैदी को पेशी पर ले जाने के बहाने से थाने से एसएलआर इश्यू कराई और 18 अप्रैल को सरिता की ससुराल दीपालपुर पहुंचकर उसके पति संदीप व सास रोशनी देवी की गोली मारकर हत्या कर दी। फिर अपनी प्रेमिका को लेकर फरार हो गया था। तब से फरार दोनों शुक्रवार की रात को चंडीगढ़ में दिखे। वे एक पेड़ के नीचे खड़े थे। ट्रैफिक पुलिस की पेट्रोलिंग जिप्सी वहां आकर रूकी और उनसे पूछताछ करने लगी। शक होने पर पुलिस ने उन्हें जिप्सी में बैठा लिया। पुलिस की गिरफ्त में आने और पोल खुलने के डर से बसंत ने चाकू से इंस्पेक्टर सुच्चा सिंह और ड्राइवर होमगार्ड जतिंद्र पर हमला कर दिया। बसंत उन्हें सड़क पर फेंककर जिप्सी लेकर फरार हो गया। इसके बाद दोनों ने चंडीगढ़ व अम्बाला के बीच जंगल में रात बिताई। चंडीगढ़ पुलिस ने यहां रेड की लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वे बच निकले। इसके बाद वे अंबाला से ट्रेन में दिल्ली पहुंच गए।
दोस्त को फोन करना पड़ा महंगा
पुलिस के लिए सिरदर्द बने बसंत को एक फोन महंगा पड़ गया। इंस्पेक्टर की हत्या के बाद उसने एक दोस्त को फोन कर दिल्ली आने की बात बताई। डीएसपी अजीत सिंह साइबर सेल के संपर्क में थे। पुलिस ने फोन की लोकेशन के आधार पर दोनों को होटल से दबोच लिया।
पैसा खत्म हुआ तो बढ़ी परेशानी
पुलिस पूछताछ में बसंत ने बताया कि फरारी के दौरान वे हरिद्वार, देहरादून व मंसूरी गए थे। भाग-दौड़ में उनके सारे पैसे खत्म हो गए। सरिता उस पर सरेंडर का दबाव बनाने लगा। बसंत को एनकाउंटर का डर था। इसी वजह से दोनों चंडीगढ़ में आ गए।
सेना की नौकरी छोड़ कर चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुआ
बसंत पहले सेना में था। फौज से रिजाइन देने के बाद उसने चंडीगढ़ पुलिस में ज्वाइन की थी। उसने सरिता के साथ अंबाला में प्रेम विवाह भी कर लिया था। दोनों के परिजनों ने इस शादी को मानने से इनकार कर दिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें