गुरुवार, 6 जून 2013

शिखर धवन का शतक

शिखर धवन का शतक

कार्डिफ। भारतीय क्रिकेट टीम सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने सोफिया गार्डन्स मैदान पर गुरूवार को दक्षिण अफ्रीका के साथ जारी आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी-2013 के पहले मैच में अपना शतक पूरा कर लिया है। धवन ने अपना शतक 80 गेंदों में एक छक्का और 12 चौकों की मदद से पूरा किया। वन डे में यह उनका पहला शतक है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 33 ओवरों की समाप्ति तक एक विकेट के नुकसान पर 207 रन बना लिए हैं। समाचार लिखे जाने तक विराट कोहली 31 पर खेल रहे हैं जबकि धवन ने 103 रन बनाए हैं।

टॉस हारकर पहले खेलने उतरी टीम इंडिया को शिखर धवन और रोहित शर्मा ने बेहतरीन शुरूआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 21.2 ओवर मे 127 रन जोड़े। रोहित 65 रन बनाकर रयान मैक्लारेन की गेंद पर रोबिन पीटरसन को कैच थमा बैठे।

इससे पहले,दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के स्टार गेंदबाज डेल स्टेन नहीं खेल रहे हैं। दक्षिण अफ्रीकी टीम चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरी है। भारत की ओर से रोहित शर्मा और शिखर धवन पारी की शुरूआत करेंगे। मुरली विजय इस मैच में नहीं खेल रहे हैं। दिनेश कार्तिक मध्य क्रम में उतरेंगे।


अभ्यास मैचों में जबरदस्त फार्म में दिखाई दे रही भारतीय टीम के लिए अब अपनी तैयारियों को मुख्य टूर्नामेंट में साबित करने की असल परीक्षा होगी। आईपीएल ट्वंटी 20 के बाद बिना किसी ब्रेक के चैंपियन्स ट्राफी खेलने के लिए आई टीम इंडिया ने पिछले दोनों अभ्यास मैचों में खुद को साबित कर दिया है कि न तो उनपर कोई मानसिक दबाव है और न ही डेढ़ महीने लगातार क्रिकेट खेलने की थकान। भारत ने अपने पहले अभ्यास मैच में श्रीलंका को पांच विकेट से हराया था जबकि दूसरे मैच में आस्ट्रेलिया को मात्र 65 रन पर ढेर कर 243 रनों से धो डाला।

ऎसे में टीम इंडिया की तैयारियां तो मजबूत दिखाई दे रही हैं लेेकिन अब बारी है उन्हें मुख्य टूर्नामेंट में उतारने की। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम का गेंदबाजी, बल्लेबाजी क्र म तथा क्षेत्ररक्षण बेहतरीन दिखाई दे रहा है। बल्लेबाजों में धोनी के अलावा मुरली विजय, विराट कोहली, दिनेश कार्तिक, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी हैं जो जबरदस्त फार्म में है और अभ्यास मैचों में संतोषजनक प्रदर्शन कर चुके हैं।

हालांकि टीम के ओपनिंग क्रम को कुछ सुधार करने की जरूरत है। ओपनर मुरली विजय और शिखर धवन दोनों ही अच्छे बल्लेबाज हैं लेकिन पिछले दोनों अभ्यास मैचों में उन्होंने अपने प्रदर्शन से काफी निराश किया है। दूसरी ओर दिनेश कार्तिक ने लगातार अपने शतकों से चौंकाया है और अंतिम एकादश में अपनी जगह पक्की कर ली है। जडेजा ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ्क अभ्यास मैच में नाबाद 146 रनों की पारी खेलकर अपने लिए फायदा और बाकियों का नुकसान करा दिया है।

कप्तान धोनी कह चुके हैं कि कार्तिक अंतिम एकादश में खेलेंगे लेकिन फिलहाल वह किस क्रम पर उतरेंगे यह अभी साफ नहीं है। यदि कार्तिक ओपनिंग करने उतरते हैं तो टीम के रेग्युलर ओपनर मुरली या शिखर में से किसी को बाहर बैठना पड़ सकता है और यदि वह मध्यक्रम में उतरते हैं तो रोहित शर्मा को कार्तिक की जगह के लिए बाहर बैठना पड़ सकता है।

इसके अलावा टीम में आलराउंडर को लेकर रवींद्र जडेजा और इरफान पठान में सीधा मुकाबला है। कप्तान धोनी यदि स्पिन आलराउंडर को खेलना चाहेंगे तो जडेजा को मौका दिया जा सकता है और यदि तेज गेंदबाज चाहेंगे तो पठान को मौका मिल सकता है। हालांकि यह पिच पर भी काफी हद तक निर्भर करेगा।

कप्तान धोनी टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कह चुके हैं कि वह इस बार पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों को उतारने पर विचार कर रहे हैं। ऎसे में तेज गेंदबाजों में इशांत शर्माü, भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव जबकि आफ स्पिनरों में अश्विन और आलराउंडर जडेजा पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी। पिछले अभ्यास मैच में उमेश यादव मात्र 18 रन देकर पांच विकेट हासिल कर सबसे सफल गेंदबाज रहे थे जबकि इशांत ने 11 रन पर तीन विकेट हासिल किए थे।

गेंदबाजों की ही बदौलत टीम इंडिया ने आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को मात्र 65 पर लुढका दिया था। इस प्रदर्शन से जरूर धोनी का आत्मविश्वास तेज गेंदबाजों में बढ़ा होगा। इसके अलावा भुवनेेश्वर ने भी कम रन लुटाए थे। ऎसे में पांच गेंदबाजों की धोनी की रणनीति का कमाल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ देखने को मिल सकता है। 15 वर्ष पहले मिनी वल्र्ड कप के नाम से शुरू हुई चैंपियन्स ट्राफी का यह सातवां और आखिरी संस्करण है।

आईसीसी पहले ही इस चैंपियनशिप को भविष्य में नहीं करने की घोषणा कर चुका है। इस लिहाज से भी सभी टीमें इस संस्करण को जीतकर इतिहास में अपनी जगह बनाने की पूरी कोशिश करेंगी। ऎसे में टीम इंडिया को किसी भी टीम को कमतर आंकने की भूल करने से बचना होगा। दक्षिण अफीका एक मजबूत टीम है और वर्ष 1998-99 में खिताब अपने नाम कर चुकी है और इस बार भी उसका लक्ष्य इतिहास दोहराने का है।

हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ्क अपना अभ्यास मैच हारने से टीम पर कुछ दबाव जरूर होगा। टीम के पास कप्तान ए बी डीवीलियर्स, हाशिम अमला, जे पी डुमिनि, रेयान मैक्लारेन, एल्वीरो पीटरसन, लोनवाबो सोतसोबे जैसे अच्छे खिलाड़ी हैं जो मैच में बड़ा उलटफ्केर कर सकते हैं।

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