-सीसीडीयू के अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम आयोजित
-पानी को लेकर ग्रामीणों ने जताई चिंता
राजस्थान भर में आम जनता में पानी को लेकर सोच और जल बचत की बात को मुकर करने वाली सीसीडीयू इकाई द्वारा जिले भर में अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम अब तक कई गावो में आयॉजित किया जा रहे है .जिले भर इस पूरे अभियान की परिकल्पना को स्पष्ट करते हुए सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि मनुष्य मात्र का जीवन जल पर पूरी तरह अवलंबित है। वर्तमान में देश में पानी के संरक्षण, वितरण एवं प्रबंधन की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। नागरिकों को प्रचुर मात्रा में शुद्ध पेयजल प्राप्त हो इसके लिए एक समग्र जलनीति की अत्यंत आवश्यकता है। सच तो ये है कि देश में प्रकृति द्वारा प्रदत्त जल स्रोतों का यदि प्रबंधन वैज्ञानिक ढ़ंग से किया जाय तो 2050 तक देश में पानी की कोई किल्लत नहीं होगी। अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक मारुडी, आटी , लंगेरा ,पिंडियो का तला ,दारुडा ,दाता में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चूका है और आने वाले दिनों में जिले के हर ग्राम पंचायत में यह कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा . ।अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीसीडीयू के एचआरडी कंसल्टेंट जमील अहमद गोरी ने जल के निजीकरण का विरोध करते हुए जल के स्रोतों का संवर्द्धन के कई प्राचीन तरीकों का सुझाव दिया। भू-गत जल के संवर्द्धन हेतु तालाब, बाबड़ियों, कच्चे कुओं तथा कुंडों की आवश्यकता रेखांकित की।इन कार्यक्रमों में एक तरफ जहा ग्रामीणों द्वारा अपने गाव के मोजुद पानी के स्रोतों को लेकर चिंता प्रकट की जा रही है वही साथ ही साथ पानी बचाने के प्रण को भी लिया जा रहा है .इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न आयु , जाती और लिंग वर्ग के अनुशर फोकस ग्रुप में चर्चा और प्रचार प्रसार के कई आयामों से ग्रामीणों को रूबरू करवाया गया . अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक मारुडी, आटी , लंगेरा ,पिंडियो का तला ,दारुडा ,दाता में कार्यक्रमों का आयॉज्ञ किया जा चूका है . इन कार्यकर्मो में जल आधारित फिल्मो को दिखाने के साथ साथ जलगीत की एक-एक सीडी सभी अभ्यागतों को प्रदान की जा रही है । इसके बोल ‘‘पानी पानी पानी…..मांग रहा है देश..’’ एवं विचार सामाजिक जागरुकता के लिये बड़े महत्वपूर्ण है। इन गावो में जल चेतना को लेकर स्कुल रेलियो का भी अयोजन किया गया .
राजस्थान भर में आम जनता में पानी को लेकर सोच और जल बचत की बात को मुकर करने वाली सीसीडीयू इकाई द्वारा जिले भर में अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम अब तक कई गावो में आयॉजित किया जा रहे है .जिले भर इस पूरे अभियान की परिकल्पना को स्पष्ट करते हुए सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि मनुष्य मात्र का जीवन जल पर पूरी तरह अवलंबित है। वर्तमान में देश में पानी के संरक्षण, वितरण एवं प्रबंधन की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। नागरिकों को प्रचुर मात्रा में शुद्ध पेयजल प्राप्त हो इसके लिए एक समग्र जलनीति की अत्यंत आवश्यकता है। सच तो ये है कि देश में प्रकृति द्वारा प्रदत्त जल स्रोतों का यदि प्रबंधन वैज्ञानिक ढ़ंग से किया जाय तो 2050 तक देश में पानी की कोई किल्लत नहीं होगी। अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक मारुडी, आटी , लंगेरा ,पिंडियो का तला ,दारुडा ,दाता में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चूका है और आने वाले दिनों में जिले के हर ग्राम पंचायत में यह कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा . ।अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीसीडीयू के एचआरडी कंसल्टेंट जमील अहमद गोरी ने जल के निजीकरण का विरोध करते हुए जल के स्रोतों का संवर्द्धन के कई प्राचीन तरीकों का सुझाव दिया। भू-गत जल के संवर्द्धन हेतु तालाब, बाबड़ियों, कच्चे कुओं तथा कुंडों की आवश्यकता रेखांकित की।इन कार्यक्रमों में एक तरफ जहा ग्रामीणों द्वारा अपने गाव के मोजुद पानी के स्रोतों को लेकर चिंता प्रकट की जा रही है वही साथ ही साथ पानी बचाने के प्रण को भी लिया जा रहा है .इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न आयु , जाती और लिंग वर्ग के अनुशर फोकस ग्रुप में चर्चा और प्रचार प्रसार के कई आयामों से ग्रामीणों को रूबरू करवाया गया . अंतर व्यक्ति संप्रेक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक मारुडी, आटी , लंगेरा ,पिंडियो का तला ,दारुडा ,दाता में कार्यक्रमों का आयॉज्ञ किया जा चूका है . इन कार्यकर्मो में जल आधारित फिल्मो को दिखाने के साथ साथ जलगीत की एक-एक सीडी सभी अभ्यागतों को प्रदान की जा रही है । इसके बोल ‘‘पानी पानी पानी…..मांग रहा है देश..’’ एवं विचार सामाजिक जागरुकता के लिये बड़े महत्वपूर्ण है। इन गावो में जल चेतना को लेकर स्कुल रेलियो का भी अयोजन किया गया .
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