शनिवार, 22 जून 2013

आकसिमक निरीक्षण में नदारद मिले कर्इ कार्मिक



आकसिमक निरीक्षण में नदारद मिले कर्इ कार्मिक
-आकसिमक निरीक्षण के दौरान कर्इ सरकारी कार्यालय बंद मिले। वहीं ग्रामीणाें ने कहा कि जलापूर्ति के लिए नियमित रूप से टैंकर नहीं आते है। इसकी वजह से उनको खासी दिक्कत हो रही है।

बाड़मेर, 22 जून। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने शनिवार को चौहटन पंचायत समिति की विभिन्न ग्राम पंचायताें में सरकारी कार्यालयाें एवं महात्मा गांधी नरेगा के तहत चल रहे कायोर्ं का निरीक्षण किया। इस दौरान बीजराड़ में राजकीय चिकित्सालय बंद मिला। वहीं किसी भी ग्राम पंचायत में आंगनवाड़ी केन्द्र खुला नहीं मिला। इसको गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग को संबंधित कार्मिकों को पाबंद कर चिकित्सालय एवं आंगनवाड़ी केन्द्र नियमित रूप से खुले रखने के निर्देश दिए गए।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने शनिवार को चौहटन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत ढोक में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत चल रहे बाढ बचाव कार्य अगराराम की ढाणी के पास का निरीक्षण किया। इस दौरान नियोजित 32 में 22 श्रमिक उपसिथत मिले। मौके पर श्रमिकाें के लिए छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। घोनिया गांव में सुबह 9.20 बजे आंगनवाड़ी केन्द्र बंद मिली। यहां उपसिथत ग्रामीणाें ने बताया कि घोनिया में पदस्थापित एएनएम का करीब एक माह पूर्व तबादला कर दिया। इसके बाद से किसी भी एएनएम की नियुकित नहीं होने से ग्रामीणाें को भारी परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। गुगरवाल ने विकास अधिकारी को चौहटन पंचायत समिति की विभिन्न ग्राम पंचायताें में ऐसे सरकारी भवनाें को चिहिन्त करने के निर्देश दिए, जिनकी चारदीवारी नहीं बनी हुर्इ है। उन्हाेंने ऐसे भवनाें की चारदीवारी निर्माण करवाने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत बीजराड़ में निरीक्षण के दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र बंद मिला। आकसिमक निरीक्षण की खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंचे कार्मिक भंवराराम जाखड़ ने बताया कि डाक्टर नवजीत पटेल चौहटन एवं अन्य कार्मिक भी किसी काम से बाहर गए हुए है। उपसिथति रजिस्टर का अवलोकन करने पर मेलनर्स द्वितीय बाबूलाल विश्नोर्इ 14 जून से अनुपसिथत पाया गया। इसी तरह मेल नर्स द्वितीय पन्नाराम चौधरी, गणेशाराम भी अनुपसिथत मिले। अनुपसिथत मिले चिकित्सक समेत अन्य कार्मिकाें की अनुपसिथति लगार्इ गर्इ। उपसिथत कार्मिक भंवराराम जाखड़ मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के रजिस्टर संधारण तथा दवा स्टाक के बारे में जानकारी नहीं दे पाया। इनको रोजाना अस्पताल समय पर खोलने के लिए पाबंद किया गया। अस्पताल की चारदीवारी नहीं होने के कारण संबंधित कार्मिकाें को राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी की मदद से आवंटित जमीन की नेकमबंदी करवाकर चारदीवारी बनवाने के निर्देश दिए गए।

बीजराड़ ग्राम पंचायत में नेहरो की बस्ती नाडी खुदार्इ कार्य पर नियोजित 75 में से 42 श्रमिक उपसिथत मिले। गुगरवाल ने कनिष्ठ तकनीकी सहायक जीयाराम एवं मेटाें को नाडी खुदार्इ के दौरान निकाली जाने वाली मिटटी को आगोर से बाहर डालने के निर्देश दिए, ताकि बारिश के दौरान बहकर वापिस अंदर नहीं आए। यहां श्रमिकाें का भुगतान समय पर सुनिशिचत करने के निर्देश दिए गए। भोजारिया ग्राम पंचायत में उप स्वास्थ्य केन्द्र में लेबर रूम निर्माण का प्रस्ताव भिजवाने के साथ एएनएम आवास की क्षतिग्रस्त छत की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए गए। ग्राम पंचायत रमजान की गफन में उप स्वास्थ्य केन्द्र बंद मिला। मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुगरवाल ने आरबी की गफन में श्योर की ओर संचालित होम्योपैथिक चिकित्सालय एवं कशीदाकारी सेंटर भी देखा। यहां उप स्वास्थ्य केन्द्र में लेबर रूम का निर्माण पिछले 6-7 माह से अधूरा होने पर विकास अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर इसका निर्माण पूरा करवाने के निर्देश दिए। उन्हाेंने हेजम का तला में सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत निर्माणाधीन होम्योपैथिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया। साथ इसका निर्माण तीव्रता से करवाने एवं कार्य की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश संबंधित तकनीकी अधिकारियाें को दिए गए। केलनोर ग्राम पंचायत के ग्रामीणाें के सरूपे का तला से केनलोर के लिए जलदाय विभाग की योजना होने का जिक्र करते हुए बताया कि लंबे समय से जलापूर्ति नहीं हो रही है। उन्हाेंने लंबे समय से चिकित्सक की अनुपसिथति के चलते चिकित्सा सेवा नहीं मिलने की बात कही। गुगरवाल के साथ चौहटन विकास अधिकारी लादूराम विश्नोर्इ,सहायक अभियंता रामलाल जैन,कनिष्ठ तकनीकी सहायक जीयाराम शामिल थे।

योजनाओं की समीक्षा की: मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने शनिवार को चौहटन पंचायत समिति कार्यालय में अधिकारियाें एवं कार्मिकाें की बैठक लेकर महात्मा गांधी नरेगा योजना, ग्रामीण आवास योजनाआें के साथ ग्रामीण विकास योजनाआें की समीक्षा की। उन्हाेंने अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करवाने एवं विभिन्न योजनाआें के उपयोगिता तथा कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए।

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