शनिवार, 8 जून 2013

जनता ने की नारेबाजी, गहलोत कार से निकले और लिए ज्ञापन



जनता ने की नारेबाजी, गहलोत कार से निकले और लिए ज्ञापन



मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाड़मेर प्रवास पर शुक्रवार को विभिन्न संगठनों व लोगों की ओर से ज्ञापन दिए गए। संगठनों के प्रतिनिधि ज्ञापन देने के लिए सर्किट हाउस व आदर्श स्टेडियम पहुंचे। स्टेडियम से रवाना होते वक्त गहलोत कुछ ही लोगों के ज्ञापन लेकर रवाना हो गए। इस पर आक्रोशित लोगों ने गहलोत हाय-हाय के नारे शुरू कर दिए। गहलोत को जब नारे सुनाई दिए तो वे कार से उतरे और वापस ज्ञापन लेने पहुंचे। तब गहलोत जिंदाबाद के नारे लगने लगे।


किसी ने कॉलेज खोलने तो किसी ने मुआवजे के लिए सौंपा ज्ञापन


 बाड़मेर राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति शाखा बाड़मेर के प्रदेश प्रतिनिधि भीखाराम चौधरी के नेतृत्व में तीन सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री गहलोत को सौंपा। कर्मचारी नेता प्रीतम सिंह भुरटिया, टीलसिंह चूली, बाबूलाल संखलेचा, पीराराम शर्मा, भागीरथ गुप्ता, दुर्जनसिंह ने मुख्यमंत्री ने मांग पत्र स्वीकार करने की मांग रखी। किसान विकास समिति गिरल शिव के अध्यक्ष वीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर गिरल फेज तृतीय के लिए अवाप्त की गई भूमि का मुआवजा दिलाने की मांग रखी। ज्ञापन में बताया कि थुंबली गांव की तीन हजार बीघा जमीन अवाप्त की गई। मगर 

आरएसएमएमएल ने किसानों का मुआवजा रोक रखा है। आईटीआई कॉलेज शिव के छात्र संघ अध्यक्ष देरावरसिंह कोटड़ा व महासचिव प्रकाश रेडाणा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर शिव उपखंड मुख्यालय पर कॉलेज खोलने की मांग रखी। बलदेव नगर विकास कमेटी बाड़मेर के इंजीनियर सगराराम गोदारा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर नगरपरिषद आबादी सीमा विस्तार की मांग रखी। इसी तरह राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष आईदानसिंह ईंदा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर विद्युत तकनीकी कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की मांग रखी।


कंप्यूटर शिक्षकों के पद स्वीकृत करने की मांग


राजस्थान कंप्यूटर शिक्षक संघ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंप कंप्यूटर शिक्षकों के पद स्वीकृत कर भर्ती निकालने की मांग की। जिलाध्यक्ष भंवरलाल सारण ने बताया कि राजस्थान में लंबे समय से कंप्यूटर शिक्षकों के पद स्वीकृत नहीं है। स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा को ठेके पर दिया गया है।
शरणार्थियों ने की पट्टे दिलाने की मांग: 1971 में हुए विश्व युद्ध के दौरान पाक से बाड़मेर शहर में बसे शरणार्थियों ने भूखंड कब्जा दिलाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि चालीस सालों से बाड़मेर शहर में पाक विस्थापित सैकड़ों शरणार्थी परिवार निवास कर रहे है, लेकिन उन्हें अपने भूखंडों का हक नहीं मिल रहा है, ऐसे में उन्हें भूखंडों के पट्टे दिलाकर हक दिलाया जाए। भूमि विवादित होने के कारण अब तक भूखंड नहीं जारी किए गए।


सर्व शिक्षा मद में वेतन एकमुश्त देन की मांग: बाड़मेर. राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंप 3 वर्षों से सर्व शिक्षा अभियान मद में वेतन समय पर नहीं मिलने की शिकायत की। उन्होंने ज्ञापन में सर्व शिक्षा मद में वेतन एकमुश्त जारी किए जाने की मांग की।


कर्नल सोनाराम लक्की है


गहलोत ने अपने भाषण की शुरूआत में ही बाड़मेर में पेयजल परियोजनाओं को लेकर हो रहे कार्यों को ऐतिहासिक बताते हुए बाड़मेर को लकी बताया। इसके साथ ही उन्होंने यहां के नेताओं हरीश चौधरी, हेमाराम चौधरी, पदमाराम मेघवाल, अमीन खां, मेवाराम जैन और कर्नल सोनाराम चौधरी को भी लक्की बताया। आमतौर पर बायतु विधायक कर्नल सोनाराम को सीएम गहलोत का राजनीतिक मोर्चे पर चिर प्रतिद्वंदी माना जाता है।


मारवाड़ की फिक्र-


बाड़मेर-जैसलमेर में बिजली उत्पादन के लिए तेल, गैस, लिग्नाइट, पवन, सौर ऊर्जा आधारित संयंत्र लगने को गहलोत ने पश्चिमी राजस्थान के लिए सोना उगलने के समान बताया। उन्होंने गैस आधारित खाद का कारखाना लगाने की बात कही। कुल मिलाकर अपने भाषण में कई बार गहलोत ने मारवाड़ को फायदा पहुंचाने की बात कहकर अपने गृहनगर जोधपुर की फिक्र जताई।
खेत से मोबाइल पर पति से बात करती हैं-


विपक्ष की ओर से राज्य के पिछडऩे की बात पर गहलोत ने कहा कि यदि राज्य पिछड़ रहा है तो यहां आईआईटी, ट्रिपल आईआईटी, आईआईएम जैसे तमाम बडे संस्थान कहां से आ रहे हैं? उन्होंने कहा कि महिलाएं भी खेत से मोबाइल पर पति को दो घंटे देरी से आने की बात करने लगी हैं। इसीलिए हमने राज्य के मेधावी बच्चों के लिए पीसी टैबलेट और लेपटॉप देने की योजना बनाई।

बाड़मेर ने जो भी मांगा, वो दिया

गहलोत ने अपने आधे घंटे के संबोधन में बाड़मेर के लिए बनाई योजनाओं और कार्यों का बार-बार जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने जिले के लिए जो भी मांगा, सरकार ने उसे मंजूर किया। गहलोत ने जल्द ही धोरीमन्ना को उपखंड और अन्य मांगों को शीघ्र पूरा करने की बात भी कही। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, बिजली, रोजगार सहित कई योजनाओं को कल्याणकारी बताया।
हेमजी बोल रहे हैं...

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री को दोपहर 1 बजे गुड़ामालानी पहुंचना था मगर वे 2:25 बजे यहां आए। भीषण गर्मी के बावजूद सभा से पहले ही शामियाना खचाखच भर गया, लोग शामियाने से बाहर तक खड़े थे। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में जब हेमाराम चौधरी का संबोधन शुरू हुआ तब जनसमूह में से ही 'हेमजी बोल रहे हैं, सभी शांति से सुनो...' की आवाज आई। हेमाराम के संबोधन के दौरान जनसमूह ने बिल्कुल शांति से सभी बातों को सुना और तालियां भी बजाई।

विवाद करते हैं ये लोग: सांसद हरीश चौधरी ने किसी का भी नाम लिए बिना कहा कि कई लोग रिफाइनरी, नर्मदा नहर, राष्ट्रीय मरु उद्यान क्षेत्र विकास, अकाल राहत कार्य में भी विवाद करते हैं। मगर कांग्रेस बिना विवाद कार्य करने में विश्वास रखती है। पीसीसी अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कांग्रेस को आजादी दिलाने और लोकतंत्र बनाने वाली पार्टी बताते हुए आगामी चुनावों में ख्याल रखने की बात कही। गहलोत के आने से पूर्व सभा को राज्यमंत्री अमीन खां, प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी, एससी आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, राज्य श्रम सलाहकार समिति अध्यक्ष गफूर अहमद, विधायक पदमाराम मेघवाल, मदन प्रजापत, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश कुलदीप, सोहनलाल भांभू, बालाराम मूंढ़, सुरेंद्रसिंह गुड़ामालानी आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्य समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष विजयलक्ष्मी बिश्नोई, प्रधान पन्नीदेवी चौधरी, पूर्व प्रधान ताजाराम चौधरी सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।


बाड़मेर की हर मांग पूरी हो रही है 

सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि गत बजट में राज्य सरकार ने जो घोषणाएं की थी, वे पूरी की जा रही है। बाड़मेर में रिफाइनरी, मेडिकल कॉलेज की सौगातें मिली है। पहले सिर्फ चर्चाएं होती थी, धरातल पर पाइप का टुकड़ा तक नहीं लगा। देश में किसी ने कल्पना नहीं की थी। यह सपना साकार हो गया। अब सबसे बड़ी चुनौती है रिफाइनरी में भागीदारी सुनिश्चित करने की है। विधायक मेवाराम जैन ने कहा हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री गहलोत ने चुनावी घोषणा पत्र में जो घोषणाएं की थी वे पूरी कर दी गई है। पचास साल से हिमालय का पानी एक सपना था, वह आज साकार हो गया है। राजस्थान में पेयजल पर सर्वाधिक बजट बाड़मेर की पेयजल योजनाओं पर खर्च हुआ है। बीते कई सालों से भूखंडों के लिए भटक रहे गाडोलिया लौहारों को पट्टे दिए जा रहे हैं। ।

सीएम ने किया शिलान्यास व लोकार्पण: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 125 करोड़ रुपए की लागत से बाड़मेर लिफ्ट केनाल द्वितीय चरण (भाग ब) बाड़मेर रावतसर खंरटिया परियोजना का शिलान्यास किया। इस योजना के तहत 67 गांवों की 77472 की आबादी लाभांवित होगी। इस योजना से मुख्य पंप गृह निर्माण, पाइप लाइन बिछाने के साथ उच्च जलाशयों का निर्माण प्रस्तावित है। पंचायत समिति बाड़मेर में 24.90 लाख रुपए की लागत से बने नव निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्र का लोकापर्ण किया गया। राजकीय अस्पताल में मातृ शिशु स्वास्थ्य पोषाहार इकाई का शिलान्यास किया गया। 16 करोड़ की लागत से केन्द्र स्थापित किया जाएगा।

मैंने बूढ़े पिता के कंधों पर बेटे का शव..: ऊर्जा मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं डॉक्टर हूं मरीजों की तकलीफ को अच्छी तरह से जानता हूं। मैंने बूढ़े पिता के कंधों पर शव, बहू की गोद में पति का शव देखा है। मैंने कैंसर के इलाज के लिए किसानों की जमीनें नीलाम होती देखी है। जब से मुख्यमंत्री निशुल्क दवा व फ्री जांच योजना शुरू हुई तो यह नौबत खत्म हो गई। कैंसर, हार्ट की बीमारी का इलाज मुफ्त में हो रहा है। अब वक





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