राजपूत समाज ने दी आन्दोलन की चेतावनी
सिवाना। राजपूत समाज के लोग एकजुट होकर अन्याय के विरूद्ध संघष्ाü करें। अन्याय को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सिवाना के कल्ला रायमलोत छात्रावास में आयोजित राजपूत समाज की बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व पंचायत समिति सदस्य भवानीसिंह मिठौड़ा ने यह बात कही।
कांखी गांव में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की निंदा करते हुए उन्होने नामजद आरोपितों को सख्त सजा देने तथा तीसरे फरार आरोपित को शीघ्र गिरफ्तार कर पीडित परिवार को सरकारी मदद दिलाने की बात कही। सामाजिक कार्यकर्ता पृथ्वीसिंह रामदेरिया, पूर्व सरपंच जेठूसिंह तेलवाड़ा, पूर्व उप प्रधान हुकमसिंह खींची, कानसिंह खींची, मालमसिंह मिठौड़ा, गंगासिंह कांखी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर तनसिंह देवंदी, मूलसिंह काठाड़ी, गुमानसिंह मोकलसर, भवानीसिंह भायल, गजेन्द्रसिंह, कालुसिंह भाटी, ऊमसिंह मवड़ी, शैतानसिंह, मेजर शंभूसिंह पादरड़ी सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे।
धरने की चेतावनी
बैठक के बाद राजपूत समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भवानीसिंह मिठौड़ा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी चंचल वर्मा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने नाबालिग पीडिता की ओर से मजिस्टे्रट के समक्ष भा.द.सं. की धारा 164 के तहत हुए बयान के आधार पर नामजद आरोपितो के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। एक माह से फरार चल रहे तीसरे आराçेपत को शुक्रवार रात दस बजे तक गिरफ्तार करने तथा पीडित परिवार को सरकारी मदद दिलाने की मांग की। ऎसा नहीं होने पर शनिवार को उपखंड मुख्यालय पर राजपूत समाज की ओर से धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है।
यह था प्रकरण
एक माह पूर्व कांखी गांव की सरहद में एक कृषि कुंए पर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म व इससे आहत आहत होकर पीडिता ने आत्मदाह के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। गंभीर झुलसी हालत में जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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