सेड़वा बन्द सफल
बस हादसे में हुर्इ मौतो को लेकर जनता ने किया प्रदर्शन
तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
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सरकार सेड़वा के चिकित्सालय की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार है यह बात कमठा मजदूर युनियन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा ने सेड़वा उप खण्ड मुख्यालय के आगे जन संघर्ष समिति सेड़वा चौहटन बाड़मेर के द्वारा दिये जा रहे धरने को सम्बोधित करतें हुए कही।
वडेरा ने कहा कि दो दिन पूर्व हुए बस हादसे में चार मौते तो घायलों को अस्पताल में डाक्टर नही मिलने से हुर्इ । सेड़वा में पिछले चार पांच साल से डाक्टरों के रिक्त पदों से जनता में रोष है। घायलों के लिए 108 एम्बूलेंस की भी व्यवस्था नही है, और जननी सुरक्षा के लिए सरकार की 104 की व्यवस्था भी नही होने से जनता को कष्ट हो रहा है। सरकार जनता की तकलीफ की अनदेखी कर रही हैं, जिसे बर्दाश्त नही किया जायेगा। पुलिस थाने में सीआर्इ का पद खाली, बैक में मैनेजर का पद खाली और स्कूल में हैडमास्टर का पद खाली व उपखण्ड कार्यालय में एसडीओं नही इस प्रकार सरकार सेड़वा की जनता की पूरी तरह अनदेखी कर जनता के साथ विश्वासघात कर रही हैं।
वडेरा ने बताया कि सरकार की नि:शुल्क दवा बिना डाक्टरों के बेअसर साबित हो रही हैं। पूर्व सरपंच सुबान खां ने कहा कि सेडवा के अस्पताल में डाक्टरों के रिक्त पदो पर नियुकित तुरन्त करे, जनता की यह जायज मांग हैं। जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष बगताराम वाघेला ने कहा कि अस्पताल में डाक्टर नही होने से घायल सवारियां बेमौत मारी गर्इ, जिसके लिए अस्पताल प्रशासन व जिला प्रशासन जिम्मेदार हैं। भंवार के भेराराम भील ने कहा कि सरकार जानबूझकर पिछले चार-पाच साल से सेड़वा के अस्पताल में डाक्टरो को नही लगा रही हैं, और जनता का शोषण हो रहा है, जनता इलाज के लिए मारी-मारी फिर रही हैं। सेडवा के मुकनाराम भील ने कहा कि महिलाओं के प्रसव के लिए अस्पताल में कोर्इ भी व्यवस्था नही है, सारे पंखे खराब है, पानी तक की व्यवस्था नही हैं। जिसकी कड़े शब्दो में निंदा की जाती हैं। सेडवा व आसपास की जनता ने आज सेड़वा को बंद रख कर विरोध प्रदर्शन किया और पूरे सेड़वा बाजार में रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
आम जनता ने रैली के बाद तहसील कार्यालय पहुचंकर विरोध प्रदर्शन व भारी नारे बाजी की वही सरकार के विरोध मे रोष प्रकट किया। वह मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार सेड़वा को ज्ञापन दिया जिसमें पूजांसर बस हादसे में मृतक व्यकितयों के परिजनो को 5 लाख रूपये मुआवजा व घायलों को 1 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की।
इस दौरान फजल खां, भागीरथ विश्नोर्इ, बाबुलाल सेठ, उदयसिंह ढेम्बा, मंगलाराम फागलिया, जानू खां हरपालिया, जितेन्द्र खत्री भंवार, कादर खां शर्मा, मुकनाराम भील, साजन खां कुन्दनपुर, देवाराम दिपला, मुबीन खां शर्मा की एाणी, खबड़ खां, शंकरलाल, गफूर खां, लोगाराम उप सरपंच सेड़वा सहित कर्इ जने उपसिथत थें।
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