बुधवार, 26 जून 2013

एडीजी ने देखा जिला पुलिस का दमखम


एडीजी ने देखा जिला पुलिस का दमखम 


आंसू गैस, लाठीचार्ज और चलाई गोलियां
पुलिस के जवानों ने बलवा के जरिए भीड़ पर काबू पाने की क्षमता का प्रदर्शन किया। मॉक ड्रिल के दौरान भीड़ बेकाबू होने पर जवानों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। जब भीड़ काबू में नहीं आई तो लाठीचार्ज करते हुए खदेडऩे का प्रयास किया गया। अंतिम चरण में गोलिया भी चलाई। एडीजी ने जवानों को सफल प्रदर्शन पर बधाई दी।



परेड में अफसरों के छूटे पसीने
एडीजी की मौजूदगी में जवानों के साथ पुलिस अफसरों ने परेड की। इस दौरान कदमताल के तालमेल से एडीजी संतुष्ट नहीं हुए। फिर से अफसरों को कदमताल मिलाते हुए परेड करने को कहा। इस पर अफसरों को तीन बार कसरत करनी पड़ी। इसके अलावा लंबी दौड़ में भी अफसरों के पसीने छूट गए।
आपदा से निपटने में मुस्तैदी दिखाई
असाल्ट जिसके माध्यम से प्राकृतिक आपदा से निपटने की कवायद शुरू होती है। पुलिस लाइन में जवानों ने आपदा की स्थिति में हौसले के साथ मंजिल की तरफ बढऩे के करतब दिखाएं। दीवार को फांदकर जवानों का कांरवा आगे बढ़ा। विषम परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करते हुए जवानों ने मुस्तैदी दिखाई।




बाड़मेर  जिला पुलिस बाड़मेर के वार्षिक निरीक्षण में एडीजी नंदकिशोर की मौजूदगी में पुलिस के जवानों व अफसरों ने सेरिमोनियम परेड, बलवा, असाल्ट में दमखम दिखाया। जवानों ने डेमो के जरिए प्राकृतिक आपदा से निपटने में निपुणता दिखाई। वहीं अफसरों ने रिले रेस में जोर आजमाइश की। परेड का नेतृत्व एसपी राहुल बारहट ने किया। एडीजी ने क्राइम इन्वेस्टिगेशन को लेकर अफसरों के कौशल को परखा। इसके बाद एसपी ऑफिस, क्राइम शाखा समेत विभिन्न दफ्तरों का निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों से क्राइम से जुड़े मामलों का फीडबेक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

निरीक्षण के बाद गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें एसपी, एएसपी, डीएस व समस्त थानाधिकारी शामिल हुए। एडीजी नंदकिशोर ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सालभर में दर्ज अपराधों की समीक्षा कर प्रकरणों का निस्तारण कर पेंडेंसी मापदंड के अनुरूप रखने, गंभीर अपराधों, महिला अत्याचार, एससी,एसटी पर अत्याचार संबंधी अपराधों की रोकथाम के निर्देश दिए। उन्होंने बढ़ते सड़क हादसों पर चिंता जाहिर करते हुए हादसों की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने की बात कही। सार्वजनिक स्थानों व भीड़भाड़ वाले स्थानों व सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाएं।

बाड़मेर. दीवार को फांद कर आपदा से बचाव का अभ्यास करते जवान।

ऑफिसों का निरीक्षण, समस्याएं सुनी, मामलों के त्वरित निस्तारण के दिए निर्देश










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