आखिर हो गई संगीता की शादी
अहमदाबाद।स्वयंवर टूटने के बाद शुक्रवार को आखिर भोपाल निवासी संगीता ने दूसरे वर दीपेन ओझा के साथ शादी कर ही ली है। शुक्रवार को यहां वासणा स्थित नंदगोपी सोसायटी में परिजनों की उपस्थिति में दोनों ने अग्नि के सात फेरे लिए और एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर जीनव साथी के रूप में स्वीकार किया। यहां उपस्थित लोगों ने दोनों को आशीर्वाद प्रदान किया।
"बिना मूल्ये अमूल्य सेवा" संस्था के निदेशक नटूभाई पटेल ने बताया कि सोमवार को भोपाल निवासी संगीता का कलोल निवासी मितुल कोठारी के साथ स्वयंवर हुआ था। बाद में मितुल ने शादी करने से इनकार कर दिया, जिससे संस्था ने अन्य वरों की तलाश शुरू की और गुरूवार शाम को यहां वासणा निवासी दीपेन ओझा के साथ विवाह तय हुआ। निर्धारित समय के अनुसार शुक्रवार को हिन्दू रीति रिवाज के साथ विवाह कराया गया। संगीता एवं दीपेन ने एक-दूसरे को जीवन साथी के रूप में चुना और विवाह के बंधन में बंध गए। तलाकशुदा दीपेन जन्म से ही बाएं हाथ से विकलांग है।
दीपेन ने संगीता को पत्नी के रूप में स्वीकारते हुए कहा कि वह इसके साथ खुश रहेगा। उसने संगीता के स्वभाव की सराहना करते हुए कहा कि संगीता की इच्छा के अनुसार उसे आगे भी पढ़ाया जाएगा। संगीता ने भी दीपेन को अपने इच्छानुसार वर माना है। इस विवाह से दोनों के माता-पिता एवं परिजन खुश हैं।
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