पणजी (गोवा). तमाम कयासों के बीच गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव तक के लिए बीजेपी की प्रचार समिति का मुखिया बना दिया गया है। इसके बाद मोदी ने ट्वीट किया कि उन्होंने वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का आशीर्वाद भी ले लिया है। गोवा में चल रही बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आखिरी दिन रविवार को पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मोदी को यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने की घोषणा की। वहीं मोदी ने अपने भाषण में केंद्र सरकार को फिर से निशाने पर लिया।
मोदी ने अपने भाषण में मुख्य तौर पर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व की ओर से दिया गया पदभार और कार्यभार को सभी कार्यकर्ता मिलकर निभाएंगे। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर हमारे कार्यकर्ताओं की जान ली गई। कई बार विचारधारा बदलने की कोशिश की गई लेकिन मेहनत से काम करते रहे। मोदी ने कहा कि बीजेपी के लिए सत्ता भोग का साधन नहीं है। ये हमारे लिए व्यवस्था बदलने का जरिया है। उन्होंने पूछा कि बीजेपी के मुख्यमंत्रियों राजनाथ सिंह, मनोहर परिकर या किसी और पर कभी कोई आरोप लगा है? लेकिन यूपीए के सभी नेताओं पर करप्शन के इतने आरोप लगे हैं कि वे करप्शन प्रूफ हो चुके हैं। बेशर्म इतने हैं कि अरबों-खरबों रुपये खर्च करके टीवी पर विज्ञापन देते हैं- भारत के निर्माण पर हक है मेरा लेकिन लोग कहते हैं- शक है मेरा। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता पार्टी की ओर से दिया गया छोट-मोटा काम भी इतने गर्व और मेहनत से काम करेंगे कि राजनाथ के सपने के साकार होंगे।
मोदी ने परिकर का भी शुक्रिया आद किया और कहा कि गोवा उनके लिए लकी है। उन्होंने कहा कि 2002 में गोवा में ही उन्हें गुजरात को आगे बढ़ाने का जिम्मा मिला था और आज एक बार फिर गोवा में उन्हें नया दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि वह राजनाथ सिंह को इस बार भी निराश नहीं करेंगे। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में बदलाव स्वीकार करने की मानसिकता नहीं है। उन्होंने कहा कि वह विपक्षी नेताओं पर सीबीआई छोड़ देती है। यह लोकतंत्र के प्रति असम्मान है। कांग्रेस एक संस्था को दूसरी संस्था के ऊपर बैठा देती है। पीएम योजना आयोग का सम्मान नहीं करते हैं। मोदी ने माओवादी खतरे के प्रति आगाह करते हुए कहा कि पशुपति से तिरुपति तक रेड कॉरिडोर बन गया है। लेकिन सरकार नक्सली हमलों के शहीदों को याद नहीं करती है।
मोदी से पहले भाषण देने वाले राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें आज सबसे बड़े सुख की अनुभूति हो रही है। उन्होने आज जो कुछ किया है वह सिर्फ पार्टी के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए किया है। मोदी पर फैसला इंसाफ की मांग थी। उन्होंने कहा कि उन्हें फैसला लेने में उन्हें कोई हिचक नहीं हुई। अरुण जेटली ने राजनाथ को फैसला लेने वाला नेता बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को नेतृत्वहीन कर दिया है। वर्तमान पीएम न तो देश के नेता हैं और ना ही पार्टी के।
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