शराबी से सगाई तोड़ी तो क्या गुनाह किया
पंचों से प्रताडि़त दंपती व उसके परिजन एसपी के पास गुहार लेकर पहुंचे
जैसलमेर पंचों से प्रताडि़त विवाहित अमका देवी ने कहा कि मेरे पिताजी ने पूर्व में शराबी से मेरी सगाई तोड़ दी और दूसरी जगह विवाह कर दिया तो क्या गुनाह किया। अमका ने कहा कि एक पिता की ख्वाहिश होती है कि उसकी बेटी हमेशा पति के साथ खुश रहे। एक शराबी पति के साथ कोई लड़की कैसे खुश रह सकती है। जिससे सगाई हुई थी उसके शराबी होने का पता चला तो मेरे पिता ने सगाई तोड़ दी। यह व्यथा है पंचों से प्रताडि़त हो रहे परिवार की। शुक्रवार को दंपती व उसके परिजन जिला मुख्यालय पहुंचे और एसपी से न्याय की गुहार लगाई।
इससे पूर्व इन्होंने सांगड़ थाने में मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला: मामले के अनुसार कृपाराम ने अपनी पुत्री अमका की सगाई गत वर्ष भियाड़ निवासी सवाईराम से की थी। कृपाराम को जब पता चला कि सवाईराम शराबी है तो उसने सगाई तोड़ दी और अपनी पुत्री की 17 जनवरी 2013 में काठोड़ा निवासी चमाराम से कर दी। इसके बाद भियाड़ क्षेत्र के समाज के लोगों ने पंचों को बिठाकर पंचायती की और दोनों कृपाराम व चमाराम के परिवार को समाज से बाहर कर दिया। चमाराम ने भियांड वालों को ढाई लाख रुपए जुर्माने के रूप में दिए जिससे चमाराम के परिवार को समाज में शामिल कर दिया गया वहीं कृपाराम आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते दंड नहीं भर सका। इसके बाद गत 28 मई से 30 मई तक रामा गांव में फिर से पंचायती हुई और पंचों ने कृपाराम को 5 लाख रुपए का दंड व उसकी दो पुत्रियों की भियांड में शादी करने का फरमान सुनाया। इससे व्यथित होकर कृपाराम अपनी पुत्री जंवाई को लेकर पुलिस में पहुंचा और मुकदमा दर्ज करवाया।
आए दिन मिलती हैं धमकियां
चमाराम ने बताया कि वह अपनी पत्नी अमका के साथ डर-डर कर रह रहा है। पंचों के फरमान के चलते उसकी पत्नी अमका सहमी हुई है। अमका के पिता कृपाराम ने बताया कि पंचों के आदमी आए दिन उन्हें धमकियां दे रहे हैं कि अमका का अपहरण कर लेंगे और जान से मार देंगे।
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