मध्य प्रदेश में 450 दुल्हनों का गर्भ परीक्षण
बैतूल।मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत बैतूल जिले के चिचोली ब्लॉक में शुक्रवार को सामूहिक विवाह में दुल्हनों के अचानक हुए गर्भ परीक्षण पर विवाद खड़ा हो गया।
दरअसल,यहां एक सरकारी स्कूल में सामूहिक विवाह होने थे। स्कूल से कुछ ही दूरी पर घरातियों व बरातियों के रूकने का इंतजाम था। यहां सभी 450 दुल्हनें मौजूद थीं। दो महिला स्वास्थ्यकर्मी जयश्री बुधौलिया और दुर्गा मालवीय वहां पहुंचीं और उन्होंने सभी दुल्हनों का गर्भ परीक्षण कर डाला।
जांच में सामने आया कि आठ दुल्हनें गर्भवती हैं। सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम एके रिछारिया और तहसीलदार अलका इक्का पहुंच गई। उन्होंने तत्काल जांच रूकवा कर गर्भवती मिलीं दुल्हनों से वो सारा सामान वापस ले लिया, जो उन्हें विवाह के बाद दिया जाना था।
कलेक्टर राजेश प्रसाद मिश्र का कहना है कि शासन से ऎसी जांच के संबंध में कोई दिशा-निर्देश नहीं हैं। बावजूद इसके ये जांच क्यों और किसके आदेश पर की गई, ये जांच का विषय है।
कलेक्टर के मुताबिक इस जांच की जानकारी उन्हें ग्रामीणों से मिली। जबकि चिचोली के बीएमओ डॉ. एनके चौधरी का कहना है कि ऎसी जांच दो-तीन साल से कराई जा रही है और इस बार सूचना पंचायत विभाग के कर्मचारियों को दे दी गई थी। फिलहाल कलेक्टर ने जांच करवाने को कहा है।
विवादों का विवाह
पूर्व मंत्री कुंवर विजय शाह की कुलदेवी के स्थल पर सामूहिक विवाह का आयोजन उनके द्वारा चार साल से कराया जा रहा है। यह विवाह समारोह विवादों में आ ही जाता है। पिछले सामूहिक विवाह में चिचोली नगर पंचायत के विवाहित और बाल बच्चेदार कर्मचारियों सहित पार्षद के विवाह कराने का मामला सामने आया था।
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