राजस्थान के 3 हजार से अधिक यात्री लापता
जयपुर। राजस्थान के विभिन्न जिलों से चार धाम की यात्रा पर गए तीन हजार से अधिक तीर्थ यात्री उत्तराखंड में लापता हो गए हैं। राज्य सरकार द्वारा जयपुर में खोले गए नियंत्रण कक्ष के अनुसार अब तक मिली सूचनाओं के अनुसार लापता हुए तीर्थ यात्रियों में सबसे अधिक जयपुर जिले के हैं।
इसके अलावा बीकानेर,झुंझुनूं,भीलवाडा तथा चित्तौड़गढ़ सहित अन्य जिलों से यात्रा पर गए लोगों के परिजन भी अपने सगे संबंधियों के बाढ़ में फंसे होने की सूचना दूरभाष पर दे रहे हैं। उधर राजस्थान के यात्रियों की सहायता के लिए आपदा प्रबंधक विभाग द्वारा भेेजे गए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ओ पी गुप्ता,सुनील भाटी तथा रतन लाल से मोबाईल पर संपर्क करने के लिए कई बार प्रयास किया गया लेकिन तीनों अधिकारियों के मोबाईल स्वीच ऑफ बताए जा रहे हैं।
जयपुर स्थित नियंत्रण कक्ष को लापता हुए प्रदेश के तीर्थ यात्रियों के बारे में फिलहाल ठीक से जानकारी नहीं मिल पाई है हालांकि यह बताया गया है कि जयपुर से गया अधिकारियों का दल देहरादून में के म्प लगा कर उत्तराखण्ड सरकार के संपर्क में है।
भरतपुर के 43 यात्री लापता
चार धाम यात्रा पर गए 57 सदस्सीय दल के 43 तीर्थ यात्रियों का अभी तक कोई पता नहीं चल है। लापता तीर्थ यात्री से अंतिम बार 15 जून को परिजनों से फोन पर बातचीत हुई थी। उस समय दल गौरीकुण्ड में था।
यात्रियों का दल ऋषिकेश से 15 जून को गौरी कुण्ड (केदारनाथ) पहुंचा,जहां से यात्रियों ने सुबह 8 बजे परिजनों से मोबाइल पर बातचीत की।
इसके बाद से 14 लोगों से सम्पर्क हो रहा है बाकी 43 लोग कहां और कैसे हैं? इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि गौरीकुण्ड पर हुए भूस्खलन व भारी बारिश में सभी लोग बिछुड़ गए। चौदह लोग गौरीकुण्ड पर बने हैलीपैड पर सुरक्षित हैं।
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