कैदी एक साल में कमाएंगे ढाई करोड़ रूपए
जयपुर। अगले एक साल में प्रदेश की आठ सेट्रल जेलों में बंद कैदी ढाई करोड़ से अधिक की कमाई करेंगे। राजस्थान पुलिस ने राजस्थान कारागार विभाग को निवार और दरियों का ऑर्डर दिया है।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान पुलिस के जवान और अफसर अब कैदियों के हाथ बनी निवार और दरियों का प्रयोग करेंगे। यह निवार और दरियां अगले साल के मध्य तक राजस्थान पुलिस को सौंप दी जाएंगी।
इन निवार और दरियों से राजस्थान कारागार विभाग को ढाई करोड़ रूपए की आमदनी होगी। कैदियों को मिले इस काम से जेल अफसर भी काफी खुश हैं। ऎसा पहली बार हुआ है कि राजस्थान के कैदियों को इतना बड़ा कांट्रेक्ट मिला है।
बारह सौ से ज्यादा कैदी करेंगे काम
राजस्थान की आठ सैंट्रल जेलों में कठोर कारावास की सजा भुगत रहे कैदियों को दरियां और निवार बनाने का काम सौंपा गया है। सिर्फ जयपुर और जोधपुर सैंट्रल जेल में ही निवार और दरियां बनाने की मशीने लगी हुई हैं। इन दोनों जेलों में बंद कठोर कारावास भुगत रहे करीब बारह सौ से ज्यादा कैदियों को एक साल में इस ऑर्डर को पूरा करना है। कारागार विभाग भी इसके लिए आवश्यक रॉ मैटेरियल खरीदने की तैयारी कर रहा है।
फर्नीचर और कूलर से कमाए 70 लाख
पिछले कुछ सालों में प्रदेश की सेंट्रल जेलों में बंद कैदी विभिन्न वस्तुओं का निर्माण कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं।
निवार और दरियां बनाने के लिए साथ ही यहां फर्नीचर और कूलर बनाने का काम भी चल रहा है। पिछले पांच सालों में राजस्थान की जेलों में बना सामान करीब सत्तर लाख रूपए से भी ज्यादा में बिक चुका है। हर साल कूलर और फर्नीचर बनाने का काम भी बढ़ता जा रहा है।
यह राजस्थान की जेलों में बंद कैदियों की मेहनत का ही फल है कि उन्हें एक साथ ढाई करोड़ रूपए का ऑर्डर मिला है। कैदियों को पुलिस के लिए निवार और दरियां बनानी हैं।
ओमेन्द्र भारद्वाज, महानिदेशक, राजस्थान कारागार विभाग
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