दूल्हा बारात लेकर पहुंचा,दुल्हन गायब
उदयपुर। बैण्ड-बाजे के साथ रविवार को दुल्हन के द्वार बारात पहुंची, लेकिन यहां दुल्हन व घराती गायब मिले। खाने के फाके पड़े सो अलग। दूल्हे के परिजनों ने अपने स्तर पर बारातियों को खाना खिलाया और सब व्यवस्था की। शादी के नाम पर यह धोखाधड़ी सागवाड़ा के दूल्हे मिलन पुरोहित व उसके परिजनों से हुई। मिलन का विवाह यहां सेक्टर-14 में जयदेव शर्मा की पुत्री पल्लवी से तय हुआ था। दूल्हा व उसके परिजन सुबह सात बजे करीब डेढ़ सौ बाराती के साथ यहां पहुंचे। दुल्हन के घर ताला लगा देखकर मोबाइल पर कॉल की, तो सभी घरातियों के फोन स्विच ऑफ थे।
गड़बड़ी की आशंका पर सागवाड़ा के ओबरी निवासी कुबेरकांत गोवर्द्धनविलास थाने में लिखित रिपोर्ट दी। पुलिस ने दिनभर दुल्हन व उसके परिजनों को ढूंढा, लेकिन कहीं पता नहीं चला। शाम को बारात बिन दुल्हन के लौट गई। पुलिस के मुताबिक नदारद हुए शर्मा व उसके परिजनों के मोबाइल की लोकेशन जयपुर की आ रही थी। जयपुर पुलिस को सूचित किया गया है। दुल्हन व उसके परिजनों के आने के बाद ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो पाएगा।
लगा मिला ताला
कुबेरकांत ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि सेक्टर-14 में तंवर भवन में किराए के मकान में रहने वाले जयदेव पुत्र केसरीलाल शर्मा ने नकदी व जेवरात लेकर उसकी पुत्री पल्लवी का रिश्ता तय किया था। रविवार सुबह आठ से दस बजे के बीच विवाह होना था। वे सुबह 7 बजे ही यहां पहुंचकर दुल्हन के घर पहुंचे।
वहां ताला देखकर मकान मालिक से पूछताछ की, तब पता चला कि शर्मा पूरे परिवार के साथ दो दिन से यहां बाहर हैं, जबकि शनिवार रात ही शर्मा ने उन्हें ठहरने व सुबह जल्दी आने की जानकारी दी। शर्मा के बताए स्थान तितरड़ी स्थित एक छात्रावास में वे ठहरे। दूल्हे के परिजनों ने बताया कि छात्रावास से दुल्हन के परिजन उन्हें किसी वाटिका मे ले जाने वाले थे, लेकिन वहां ऎसा कुछ नहीं मिला।
बीमार पिता को लगा धक्का
रिश्तेदारों ने बताया कि कुबेरकांत के दोनों किडनियां खराब होने से वह डायलिसिस पर हैं। कुबेरकांत ने कहा, मैं जीवित रहते अपने घर बहू लाना चाहता था, लेकिन इस धोखाधड़ी से उन्हें धक्का लगा। बारातियों ने बताया कि शर्मा के चार पुत्रियां डूंगरपुर व आसपास के गांवों में ब्याही हुई है, लेकिन वे भी उनके ससुराल से अभी गायब हैं। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
"साब! आप ही कोई लड़की बता दो"
परिवार के इस पहले विवाह को लेकर धमा-चौकड़ी और खुशी का आलम था। सात दिन तक नाच-गान के बाद सुबह जैसे ही बारात दुल्हन के द्वार पहुंची, सभी के होश उड़ गए। मकान मालिक कुलदीप पुत्र शंकरसिंह तंवर ने पुलिस को बताया कि जयदेव पिछले दो वर्ष से उनके यहां किराएदार है।
उसकी पांच पुत्रियां व तीन पुत्र हैं। चार पुत्रियों का विवाह हो चुका है। उसके घर मे न तो कोई सगाई समारोह हुआ, न ही शादी के जश्न को लेकर कोई तैयारियां देखी गई। शर्मा दो दिन पूर्व ही परिवार के साथ यहां से चले गए। दूल्हे के परिजनों को निराशा हाथ लगने पर वे जब थाने पहुंचे तो उन्होंने समाज व गांव में अपनी इज्जत की दुहाई देते हुए पुलिसकर्मियों को तक कह डाला कि साब आपकी नजर में कोई लड़की हो तो बता दो ताकि बैरंग बारात न लौटे।
उदयपुर। बैण्ड-बाजे के साथ रविवार को दुल्हन के द्वार बारात पहुंची, लेकिन यहां दुल्हन व घराती गायब मिले। खाने के फाके पड़े सो अलग। दूल्हे के परिजनों ने अपने स्तर पर बारातियों को खाना खिलाया और सब व्यवस्था की। शादी के नाम पर यह धोखाधड़ी सागवाड़ा के दूल्हे मिलन पुरोहित व उसके परिजनों से हुई। मिलन का विवाह यहां सेक्टर-14 में जयदेव शर्मा की पुत्री पल्लवी से तय हुआ था। दूल्हा व उसके परिजन सुबह सात बजे करीब डेढ़ सौ बाराती के साथ यहां पहुंचे। दुल्हन के घर ताला लगा देखकर मोबाइल पर कॉल की, तो सभी घरातियों के फोन स्विच ऑफ थे।
गड़बड़ी की आशंका पर सागवाड़ा के ओबरी निवासी कुबेरकांत गोवर्द्धनविलास थाने में लिखित रिपोर्ट दी। पुलिस ने दिनभर दुल्हन व उसके परिजनों को ढूंढा, लेकिन कहीं पता नहीं चला। शाम को बारात बिन दुल्हन के लौट गई। पुलिस के मुताबिक नदारद हुए शर्मा व उसके परिजनों के मोबाइल की लोकेशन जयपुर की आ रही थी। जयपुर पुलिस को सूचित किया गया है। दुल्हन व उसके परिजनों के आने के बाद ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो पाएगा।
लगा मिला ताला
कुबेरकांत ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि सेक्टर-14 में तंवर भवन में किराए के मकान में रहने वाले जयदेव पुत्र केसरीलाल शर्मा ने नकदी व जेवरात लेकर उसकी पुत्री पल्लवी का रिश्ता तय किया था। रविवार सुबह आठ से दस बजे के बीच विवाह होना था। वे सुबह 7 बजे ही यहां पहुंचकर दुल्हन के घर पहुंचे।
वहां ताला देखकर मकान मालिक से पूछताछ की, तब पता चला कि शर्मा पूरे परिवार के साथ दो दिन से यहां बाहर हैं, जबकि शनिवार रात ही शर्मा ने उन्हें ठहरने व सुबह जल्दी आने की जानकारी दी। शर्मा के बताए स्थान तितरड़ी स्थित एक छात्रावास में वे ठहरे। दूल्हे के परिजनों ने बताया कि छात्रावास से दुल्हन के परिजन उन्हें किसी वाटिका मे ले जाने वाले थे, लेकिन वहां ऎसा कुछ नहीं मिला।
बीमार पिता को लगा धक्का
रिश्तेदारों ने बताया कि कुबेरकांत के दोनों किडनियां खराब होने से वह डायलिसिस पर हैं। कुबेरकांत ने कहा, मैं जीवित रहते अपने घर बहू लाना चाहता था, लेकिन इस धोखाधड़ी से उन्हें धक्का लगा। बारातियों ने बताया कि शर्मा के चार पुत्रियां डूंगरपुर व आसपास के गांवों में ब्याही हुई है, लेकिन वे भी उनके ससुराल से अभी गायब हैं। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
"साब! आप ही कोई लड़की बता दो"
परिवार के इस पहले विवाह को लेकर धमा-चौकड़ी और खुशी का आलम था। सात दिन तक नाच-गान के बाद सुबह जैसे ही बारात दुल्हन के द्वार पहुंची, सभी के होश उड़ गए। मकान मालिक कुलदीप पुत्र शंकरसिंह तंवर ने पुलिस को बताया कि जयदेव पिछले दो वर्ष से उनके यहां किराएदार है।
उसकी पांच पुत्रियां व तीन पुत्र हैं। चार पुत्रियों का विवाह हो चुका है। उसके घर मे न तो कोई सगाई समारोह हुआ, न ही शादी के जश्न को लेकर कोई तैयारियां देखी गई। शर्मा दो दिन पूर्व ही परिवार के साथ यहां से चले गए। दूल्हे के परिजनों को निराशा हाथ लगने पर वे जब थाने पहुंचे तो उन्होंने समाज व गांव में अपनी इज्जत की दुहाई देते हुए पुलिसकर्मियों को तक कह डाला कि साब आपकी नजर में कोई लड़की हो तो बता दो ताकि बैरंग बारात न लौटे।
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