बुधवार, 8 मई 2013

कर्नाटक विधानसभा चुनावः कांग्रेस को बढ़त, दस साल बाद सत्ता में वापसी के आसार

कर्नाटक में वोटों की गिनती का काम शुरू हो चुका है. मतगणना के लिए बनाए गए सभी 36 केंद्रों पर सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किए गए हैं. अभी 168 सीटों के रुझान आए हैं, जिनमें से कांग्रेस 71, बीजेपी 37, जेडीएस 36 और केजेपी 11 सीटों पर आगे है. शुरुआती रुझान में कांग्रेस को मिल रही बढ़त से उसके दस साल बाद सत्ता में वापसी के आसार दिखने लगे हैं.


5 मई को कर्नाटक में 223 सीटों पर वोट डाले गए थे. राज्य में कुल 224 सीटें हैं, लेकिन 1 बीजेपी उम्मीदवार का निधन हो जाने की वजह से वहां मतदान नहीं हुआ. बहुमत के लिए 113 के आंकड़े की जरूरत है. राज्य के करीब 4.35 करोड़ मतदाताओं में 70.23 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था.

विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, विधानभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वर, पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और जेडीएस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वामी शामिल हैं.

राज्य में मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के बीच है. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा की अगुवाई वाली कर्नाटक जनता पार्टी की मौजूदगी ने सभी दलों की मुश्किल बढ़ा दी हैं.

दक्षिण भारत में बीजेपी की अब तक की पहली सरकार पिछले विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में बनी थी इसीलिए यह राज्य पार्टी के लिए खास महत्व रखता है. लेकिन चुनाव अनुमानों के मुताबिक, संकट में घिरी बीजेपी की स्थिति डांवाडोल है जबकि कांग्रेस के मजबूती के साथ उभरने की संभावना है.

पिछली विधानसभा में बीजेपी के 110 विधायक थे और यह संख्या बहुमत से तीन कम थी. पार्टी पांच निर्दलीय उम्मीदवारों के बल पर राज्य में सरकार चला रही थी जिन्हें मंत्रालय में शामिल किया गया था. कांग्रेस के पास 80 और जेडीएस के पास 28 सीटें थीं.

मैसूर जिले की पेरियापटना विधानसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार की मौत के चलते मतदान की तारीख बढ़ा दी गई है. वहां 28 मई को मतदान होगा. मतदान के बाद हुए एक्जिट पोल ने जहां इस बार कांग्रेस का पलडा भारी दिखाया है वहीं पहले से ही आंतरिक खींचतान और भ्रष्टाचार के आरोपों में उलझी बीजेपी की संभावनाओं में, अपने मूल दल से अलग हुई पार्टियां- पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस येदियुरप्पा की कर्नाटक जनता पक्ष और पूर्व मंत्री बी. श्रीरामुलू द्वारा गठित बीएसआर कांग्रेस, के सेंध लगाने का अनुमान व्यक्त किया गया है.


 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें