शुक्रवार, 31 मई 2013

डॉन खलील अहमद का मर्डर



खारी बावली।। पुरानी दिल्ली के कुख्यात बिल्डर और प्रॉपर्टी डीलर खलील अहमद (53) का मर्डर कर दिया गया। खलील को पांच गोलियां तब मारी गई जब वह अपने ऑफिस से बाहर निकल कर घर जा रहे थे।

यह वारदात बुधवार रात 11:10 बजे हुई। खलील अहमद पुरानी दिल्ली के खारी बावली इलाके के तिलक बाजार में स्थित अपने ऑफिस 'जेग इंटरनैशनल' से बाहर आए थे। उनकी बालेनो कार नावल्टी सिनेमा के पास खड़ी थी। वहां तक जाने के लिए खलील अपने साथी इस्माइल की बाइक पर सवार होने वाले थे। इसी दौरान एक आदमी हथियार लहराते हुए मौके पर आया। उसने पिस्तौल से खलील को टारगेट कर फायरिंग कर दी। हमलावर ने इस्माइल के पैरों में भी दो गोलियां मार दी। हमले के दौरान मौके पर करीब तीन दर्जन लोग मौजूद थे। उन सभी के सामने हमलावर बेहद दुस्साहसिक तरीके से गया।

खलील के सीने और कंधों पर पांच गोलियां लगी थीं। तिलक बाजार में रहने वाले सत्तार, प्रीतम आदि कई लोग उन्हें उठाकर सेंट स्टीफेंस अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। खलील के मर्डर की खबर मिलने पर सीनियर पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। लाहौरी गेट थाने में मर्डर केस दर्ज कर लिया गया। इस्माइल की हत्या की कोशिश का मुकदमा भी दर्ज किया गया। उसका इलाज चल रहा है। वारदात की गंभीरता को देखते हुए सीनियर पुलिस अफसरों ने पुलिस की कई टीमें बना दी हैं। स्पेशल स्टाफ की टीम भी जांच कर रही है। पुलिस अफसर ने बताया कि वारदात में क्लू मिल गया है। करीब 20 साल तक खलील अहमद राजधानी के अपराध जगत में चर्चित नाम था। उन पर मर्डर, अपहरण, रंगदारी समेत दो दर्जन से ज्यादा संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए थे। स्पेशल सेल ने खलील अहमद को मकोका में जेल में बंद किया था। मकोका में खलील एक साल पहले डिस्चार्ज होकर जेल से बाहर आ गया था। जेल से आने के बाद खलील ने जामिया नगर में अपना घर बसा लिया था। इसके बाद लाहौरी गेट पुलिस ने खलील का डोजियर जामिया नगर थाने में भेज दिया था। इस तरह खलील इन दिनों जामिया नगर थाने का घोषित अपराधी था।

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