गुरुवार, 23 मई 2013

मौलवी ने मासूम लड़कियों को बनाया शिकार

मौलवी ने मासूम लड़कियों को बनाया शिकार

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के बड़गाम जिले के खानसाहिब में एक स्वयंभू सूफी दरविश गुलजार अहमद बट्ट धार्मिक केन्द्र में काफी वक्त से मासूम लड़कियों का यौन शोषण कर रहा था। 42 साल के बट्ट को जम्मू कश्मीर पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया।

बट्ट को सईद गुलजार के नाम से भी जाना जाता है। वह रिहायशी संस्थान चला रहा था। इसमें धार्मिक पढ़ाई के दौरान लड़कियों के लिए कम अवधि के कोर्स चलाए जा रहे थे। बट्ट स्थानीय टीवी चैनलों और समाचार पत्रों में विज्ञापन के जरिए खुद को प्रमोट कर रहा था।

बट्ट की कारगुजारियों का खुलासा उस वक्त हुआ जब उसके एक शिष्य इम्तियाज अहमद सूफी ने उसे छात्रा के साथ आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया। बड़गाम की एक कोर्ट में जब चार लड़कियों ने अपने बयान दर्ज करवाए तब बट्ट को गिरफ्तार किया गया। बडगाम के एसपी उत्तम चंद ने बताया कि बट्ट के दो साथियों अब्दुल गनी और बशीर अहमद मीर की तलाश की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक बट्ट के संस्थान में 500 लड़कियां पढ़ रही थी। बट्ट पवित्र करने के नाम पर लगातार उनका शोषण कर रहा था। धूर्त बट्ट ने कुछ महिला कर्मचारियों को भी संस्थान में नियुक्त कर रखा था,जो लड़कियों को उसे खुश करने के लिए प्रोत्साहित करती थी। खानसाहिब के डीएसपी बशीर अहमद ने बताया कि कोर्ट ने बट्ट को 15 दिन की पुलिस रिमाण्ड पर भेजा है,ताकि मामले की जांच हो। सूत्रों के मुताबिक मेडिकल जांच में आरोपों की पुष्टि हुई है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि बट्ट मासूम लड़कियों को अपना शिकार बना रहा था। वह सेक्स स्कैण्डल में शामिल था। इसमें कोई संदेह नहीं है। एक पीडिता ने बताया कि लड़कियों और महिलाओं को ललचाता और बाद में अपने मित्रों के साथ उन पर यौन हमला करता।

पम्पोर निवासी एक पीडिता ने बताया कि नई लड़कियों को लोलिपुरा की रहने वाली महिला कर्मचारी शकीला बानो विश्वास में लेती। संस्थान में प्रवेश के बाद शकीला बानो नई लड़कियों को बट्ट के कमरे में ले जाती। शकीला उन्हें कहती कि अगर सारे दुखों से छुटकारा पाना चाहती हो तो पीर साहब की दिल से सेवा करो।

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