शुक्रवार, 24 मई 2013
माजीसा के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
माजीसा के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
जसोल
वैशाख शुक्ल पक्ष त्रयोदशी पर जसोल स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए देश व राज्य के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। उन्होंने मां के दरबार में शीश नवाकर चुंदड़ी, कुमकुम, माजीसा का वागा, प्रसाद चढ़ाकर परिवार में खुशहाली की कामना की। दिनभर श्रद्धालुओं की आवाजाही रहने से मंदिर परिसर में मेला लगा रहा।
वैशाख शुक्ल पक्ष की शुरुआत के साथ ही जसोल स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो त्रयोदशी को भी जारी रहा। धार्मिक दृष्टि से वैशाख मास व त्रयोदशी के बड़े महीने व दिन को लेकर अन्य दिनों की अपेक्षा इस दिन अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं। बालोतरा सहित आसपास के कई गांवों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु माजीसा के भजन गाते व जयकारे लगाते हुए पैदल जत्थों के रूप में मंदिर पहुंचे।
उन्होंने माजीसा की मंगला आरती में भाग लेकर विधिविधान से पूजा-अर्चना की और प्रसाद चढ़ाकर परिवार में खुशहाली की कामना की। त्रयोदशी को लेकर माजीसा की प्रतिमा को नए वस्त्रों गहनों, फूल-मालाओं से आकर्षक शृंगार किया गया।
दिन चढऩे के साथ देश व राज्य के कोने-कोने से रेलगाडिय़ों, बसों व निजी वाहनों से हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं पर मंदिर प्रांगण खचाखच भरा नजर आया। गर्मी व पसीने से बेपरवाह श्रद्धालुओं ने यहां लगी लंबी कतारों में घंटों खड़े रहकर आई बारी पर माजीसा के दरबार में धोक देकर, चुंदड़ी, कुंकुम, माजीसा का वागा, फूल-माला, पसाद चढ़ाकर परिवार में खुशहाली की कामना की। नव विवाहित दंपतियों ने सेड़ा बंधी बांध मंदिर की परिक्रमा लगाकर सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की। बच्चों की दीर्घायु जीवन की कामना को लेकर अभिभावकों ने उनके झडूले उतरवाए। संतान की कामना को लेकर निसंतान दंपतियों ने बायसो की खेजड़ी के तांती बांधी।
नाचते-गाते पहुंचे पैदल जत्थे : माता राणी भटियाणी के दरबार में दूर-दराज से आ रहे पैदल यात्रियों के जत्थे हाथों में ध्वज पताकाएं लिए ढोल-ढमाकों की ताल पर नाचते गाते हुए मंदिर परिसर में पहुंचे। गुरुवार सुबह से ही जसोल जाने वाले मार्ग पर पैदल यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। यात्रियों ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर क्षेत्र में खुशहाली की कामना की।
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