गाँव गाँव जनसंपर्क में जुटे राजस्थानी भाषा साहित्य (महोच्छब) महोत्सव को लेकर
अर्जुन देथा मुख्य आयोजक ने कई गाँवो में किया संपर्क,
अर्जुन देथा मुख्य आयोजक ने कई गाँवो में किया संपर्क,
आज राजस्थानी भाषा साहित्य के फोल्डर का लोकार्पण
राजस्थानी साहित्य संस्कृति विकास सस्थान व् अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा
मान्यता संघर्ष समिति द्वारा राजस्थानी भाषा को संवैधानिक दर्जा दिये जाने की
मांग को लेकर 8 व 9 जून को बाड़मेर में राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति
महोत्सव का आयोजन महात्मा ईश्वर दास चारण छात्रावास में
होगा। इस महोत्सव की सफलता तय करने के उद्देश्य से समिति के ,प्रभारी
अर्जुनदान देथा ने झनकली हरसानी, बालेवा,देदडीयार,
फोगेरा, दुदाबेरी,सूरा, भादरेश चुली गाँवो का सघन दोरा कर महोत्सव में आम जन
की भागीदारी का न्योता दिया .देथा ने बताया की अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा
मान्यता संघर्ष समिति व राजस्थानी साहित्य एवं संस्कृति विकास समिति की ओर से
आयोजित हो रहे इस महोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं महोत्सव महात्मा
इसरदास चारण छात्रावास बाड़मेर में आयोजित होगा और उनके इस सघन जन-संपर्क
अभियान को भारी जन-समर्थन मिल रहा है। महोत्सव में बाड़मेर, जैसलमेर,जोधपुर,
पाली, जालौर, सिरोही, नागौर, बीकानेर जिलों सहित राज्य के अन्य हिस्सों एवं
सीमावर्ती राज्यों से भी हजारों की तादाद में राजस्थानी भाषा समर्थक जुटेंगे
तथा राजस्थानी की संवैधानिक मान्यता के लिए आर-पार की लड़ाई का आगाज 'कह दो आ
डंकै री चोट, पैली भाषा - पछै वोट', 'जो राजस्थानी री बात करैला, वो राजस्थान
पै राज करैला' तथा 'मायड़भाषा रो अपमान, नहीं सहैला राजस्थान' नारों के साथ
करेंगे। देथा के अनुसार इस मांग को लेकर प्रदेशभर में आयोजनों का दौर चलेगा जो
प्रदेश का राजनीतिक माहौल बदलकर रख देंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थानी की
मान्यता से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा तथा दिल्ली एवं राजस्थान में सरकार
के समक्ष चुनौती खड़ी की जाएगी।जिसका आगाज़ बाड़मेर से होगा .
राजस्थानी साहित्य संस्कृति विकास सस्थान व् अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा
मान्यता संघर्ष समिति द्वारा राजस्थानी भाषा को संवैधानिक दर्जा दिये जाने की
मांग को लेकर 8 व 9 जून को बाड़मेर में राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति
महोत्सव का आयोजन महात्मा ईश्वर दास चारण छात्रावास में
होगा। इस महोत्सव की सफलता तय करने के उद्देश्य से समिति के ,प्रभारी
अर्जुनदान देथा ने झनकली हरसानी, बालेवा,देदडीयार,
फोगेरा, दुदाबेरी,सूरा, भादरेश चुली गाँवो का सघन दोरा कर महोत्सव में आम जन
की भागीदारी का न्योता दिया .देथा ने बताया की अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा
मान्यता संघर्ष समिति व राजस्थानी साहित्य एवं संस्कृति विकास समिति की ओर से
आयोजित हो रहे इस महोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं महोत्सव महात्मा
इसरदास चारण छात्रावास बाड़मेर में आयोजित होगा और उनके इस सघन जन-संपर्क
अभियान को भारी जन-समर्थन मिल रहा है। महोत्सव में बाड़मेर, जैसलमेर,जोधपुर,
पाली, जालौर, सिरोही, नागौर, बीकानेर जिलों सहित राज्य के अन्य हिस्सों एवं
सीमावर्ती राज्यों से भी हजारों की तादाद में राजस्थानी भाषा समर्थक जुटेंगे
तथा राजस्थानी की संवैधानिक मान्यता के लिए आर-पार की लड़ाई का आगाज 'कह दो आ
डंकै री चोट, पैली भाषा - पछै वोट', 'जो राजस्थानी री बात करैला, वो राजस्थान
पै राज करैला' तथा 'मायड़भाषा रो अपमान, नहीं सहैला राजस्थान' नारों के साथ
करेंगे। देथा के अनुसार इस मांग को लेकर प्रदेशभर में आयोजनों का दौर चलेगा जो
प्रदेश का राजनीतिक माहौल बदलकर रख देंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थानी की
मान्यता से कम कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा तथा दिल्ली एवं राजस्थान में सरकार
के समक्ष चुनौती खड़ी की जाएगी।जिसका आगाज़ बाड़मेर से होगा .
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