शुक्रवार, 24 मई 2013
घड़ी में लगे कैमरे से फीमेल पेशंट्स के विडियो बनाता था डॉक्टर
लंदन।। लंदन में भारतीय मूल के एक डॉक्टर को फीमेल पेशंट्स के चेकअप और सर्जरी के दौरान उनकी विडियो रेकॉर्डिंग करने के लिए 12 साल की सजा सुनाई गई है। देविंदर सिंह बैंस नाम का यह डॉक्टर रिस्टवॉच में लगे हिडन कैमरे की मदद से इस हरकत को अंजाम दिया करता था। 1993 में मैंगलोर यूनिवर्सिटी से डॉक्टर बनने के बाद बैंस 2007 से यूके में जनरल प्रैक्टिशनर के तौर पर काम कर रहा था। दोषी ठहराए जाने के बाद बैंस को वहां की जनरल मेडिकल काउंसिल से भी सस्पेंड कर दिया गया है।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब एक महिला को शक हुआ कि मेडिकल एग्जामिनेशन के दौरान डॉक्टर ने उसे शूट किया है। इस तरह की दो शिकायतें आने के बाद पुलिस ने डॉक्टर बैंस को अरेस्ट किया था। इंग्लिश न्यूज पेपर डेली मेल के मुताबिक इस केस की जांच कर रहे अधिकारियों ने जेम्स बॉन्ड मूवी में इस्तेमाल की गई स्पाई रिस्टवॉच की तरह की एक घड़ी और 360 से ज्यादा विडियो क्लिप्स बरामद की हैं। ये सभी विडियो उस वक्त शूट किए गए थे, जब डॉक्टर फीमेल पेशंट्स को एग्जामिन कर रहा था या सर्जरी कर रहा था। इन क्लिप्स को जुलाई 2009 से लेकर जून 2012 के बीच फिल्माया गया था।
साउथ-वेस्ट इंग्लैंड के रॉयल वुटन बैसेट में जनरल प्रैक्टिशनर के तौर पर काम करने वाले 45 साल के बैंस ने स्विंडन क्राउन कोर्ट में सेक्स क्राइम करने की बात मान ली। बैंस ने कोर्ट के सामने माना कि उसने 14 से लेकर 51 साल की महिलाओं के साथ इस तरह की हरकत को अंजाम दिया। सजा सुनाते वक्त जज डगल फील्ड ने बैंस से कहा कि आपने बड़े ही दर्दनाक तरीके से वह भरोसा तोड़ा है, जो एक पेंशट अपने डॉक्टर पर करता है। जज ने कहा, 'आपने मेडिकल प्रफेशन का मान गिराया है। मेडिकल प्रफेशन में डॉक्टर और पेशंट के रिश्ते का बड़ा महत्व है। इस रिश्ते में डॉक्टर को काफी ऊंचा दर्जा दिया गया, जिसपर पेशंट भरोसा करते हैं। ऐसे में डॉक्टर्स से अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभाने और इस भरोसे को कायम रखने की उम्मीद की जाती है। खासकर तब, जब कोई फीमेल पेशंट अपनी प्राइवेट प्रॉब्लम के बारे में मेल डॉक्टर से कंसल्ट करती है।'बैंस का बचाव कर रहे वकील ने कहा कि बैंस अपनी हरकतो के लिए शर्मिंदा हैं। वकील ने कहा, 'सेक्शुअल अक्षमता की वजह से उसकी शादी टूट गई थी और वह खुद से ही गलत दवाएं ले रहे थे, जिस वजह से वह ऐसा कर बैठे।' बैंस को 12 साल की कैद के साथ-साथ अनिश्चित काल के लिए यौन अपराधियों के रजिस्टर में शामिल कर दिया गया है। इसके साथ ही उसे डिजिटल रेकॉर्डिंग करने वाली कोई भी चीज खरीदने और उसके रॉयल वुटन बैसेट में दाखिल होने पर रोक लगा दी है।
लंदन में पिछले दो सालों में यह दूसरी घटना है, जब भारतीय मूल के किसी डॉक्टर को इस तरह के क्राइम में सजा हुई है। इससे पहले साल 2011 में भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने महिला डॉक्टर के बाथरूम में स्पाई कैम लगा दिया था। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं:
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