शुक्र,बृहस्पति और बुध करेंगे खगोलीय मिलन
केप केनेवरल। रात के आसमान में सबसे चमकीले दिखाई देने वाले दोनों ग्रह शुक्र और बृहस्पति इस सप्ताह बुध ग्रह के साथ मिलकर एक दुर्लभ खगोलीय नजारे का सृजन करेंगे।
शुक्र सूर्य के चक्कर लगाने वाला दूसरा निकटतम ग्रह है जबकि बृहस्पति मंगल ग्रह की कक्षा के निकट मौजूद है। वहीं,छोटा सा बुध सूर्य के सबसे निकट मौजूद ग्रह है। इन तीनों ग्रहों के बीच खरबों किलोमीटर का अंतर है लेकिन इस रविवार को ये एक दूसरे के बेहद निकट आ जाएंगे और आसमान में एक त्रिकोण की रचना करेंगे।
यह दुर्लभ खगोलीय नजारा रविवार को सूर्यास्त के लगभग तीस मिनट बाद आसमान के पश्चिमी छोर पर दिखलाई पडेगा। नासा के अनुसार तीन ग्रहों द्वारा इस तरह का खगोलीय त्रिकोण तैयार करने का नजारा बेहद दुर्लभ होता है। पिछली बार ऎसी घटना मई 2011 में हुई थी और कुछ दिनों बाद होने वाले इस त्रिकोणीय मिलन के बाद अब अक्टूबर 2015 से पहले इसकी कोई संभावना नहीं है।
केप केनेवरल। रात के आसमान में सबसे चमकीले दिखाई देने वाले दोनों ग्रह शुक्र और बृहस्पति इस सप्ताह बुध ग्रह के साथ मिलकर एक दुर्लभ खगोलीय नजारे का सृजन करेंगे।
शुक्र सूर्य के चक्कर लगाने वाला दूसरा निकटतम ग्रह है जबकि बृहस्पति मंगल ग्रह की कक्षा के निकट मौजूद है। वहीं,छोटा सा बुध सूर्य के सबसे निकट मौजूद ग्रह है। इन तीनों ग्रहों के बीच खरबों किलोमीटर का अंतर है लेकिन इस रविवार को ये एक दूसरे के बेहद निकट आ जाएंगे और आसमान में एक त्रिकोण की रचना करेंगे।
यह दुर्लभ खगोलीय नजारा रविवार को सूर्यास्त के लगभग तीस मिनट बाद आसमान के पश्चिमी छोर पर दिखलाई पडेगा। नासा के अनुसार तीन ग्रहों द्वारा इस तरह का खगोलीय त्रिकोण तैयार करने का नजारा बेहद दुर्लभ होता है। पिछली बार ऎसी घटना मई 2011 में हुई थी और कुछ दिनों बाद होने वाले इस त्रिकोणीय मिलन के बाद अब अक्टूबर 2015 से पहले इसकी कोई संभावना नहीं है।
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