रायपुर. सुकमा जिले के तोंगपाल से 25 किमी आगे कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा के काफिले पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। हमले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा और पूर्व विधायक उदय मुदलियार मारे गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला समेत आधा दर्जन कांग्रेसी गंभीर रूप से घायल हैं। हमले में पांच कांग्रेसी और सात सुरक्षा कर्मियों के भी मारे जाने की खबर है। कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे को नक्सली घटनास्थल से अगवा कर ले गए।
राज्य में नक्सलियों का यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। नक्सलियों ने तोंगपाल से 25 किमी दूर झेलम घाटी के काफिले को निशाना बनाया। उन्होंने एक पुरानी ट्रक खड़ी रखी थी। काफिला पहुंचते ही उसे बम से उड़ा दिया। इसके बाद 1200 हथियारबंद नक्सलियों ने काफिले पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी।
नक्सलियों के साथ 700 से ज्यादा ग्रामीण भी थे, जिन्हें वो अपने साथ शामिल कर रखे थे। जिस जगह हमला हुआ, वहां चारों तरफ से झाडिय़ां घिरी हुई हैं। हमले के बाद पुलिस ने दोनों ओर से रास्ते को बंद कर दिया। खबर लिखे जाने तक पुलिस फोर्स घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई थी। मौके पर ग्रामीणों की मदद से नक्सलियों ने घायलों का शव भिजवाया। हमले में राजीव शुक्ला नामक एक कारोबारी को भी गोली लगी, जिसे देर शाम हेलिकॉप्टर से रायपुर लाया गया।
पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने बुलाई आपात बैठक
डीजीपी राम निवास ने घटना की सूचना मिलते ही रात साढ़े 8 बजे सभी अफसरों की बैठक बुलवाई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में केवल संयम बरतने को कहा। उन्होंने जानकारी दी कि उनकी एक टीम रायपुर से सुकमा के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने घटना से संबंधित जानकारी नहीं दी। बैठक में शामिल कुछ अधिकारी बाद में मुख्यमंत्री निवास भी गए। वहां सीएम ने अधिकारियों और मंत्रियों की बैठक ली।
सुकमा में परिवर्तन यात्रा के बाद वापस लौट रहे कांग्रेस के काफिले पर नक्सलियों ने शनिवार शाम को जबर्दस्त हमला किया। इसमें महेंद्र कर्मा की मौत हो गई। बारूदी सुरंग में विस्फोट करने के बाद आसपास छिपे नक्सलियों ने फायरिंग भी की। छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने आपात बैठक बुलाई है।
रायपुर से 390 किलोमीटर दूर सुकमा में नक्सलियों का हमला हुआ है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल को गोली लगी है। विद्या चरण शुक्ल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक माने जाते हैं। पूर्व मंत्री विद्या चरण की हालत गंभीर बताई जा रही है। विद्या चरण शुक्ल को तीन गोलियां लगी हैं। करीब 500 नक्सलियों ने काफिले को घेर कर गोली बारी की।
वहीं नंद कुमार पटेल अपने बेटे सहित अगवा कर लिए जाने की जानकारी मिल रही है। नंद कुमार पटेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं। साथ ही इस हमले में महेंद्र कर्मा की गोली लगने से मौत हो गई है।
14 गाडिय़ों के काफिले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा भी थे। दो कांग्रेस कार्यकर्ता नक्सलियों की गोलियों से घायल हुए हैं। वारदात दरभा घाटी में थाने से करीब दस किमी दूर हुई। घायलों को दूसरे रास्ते से निकालने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेसियों के काफिले में शामिल रायपुर के कारोबारी राजीव शुक्ला को घायल अवस्था में रात 8.15 बजे हेलिकॉप्टर से रायपुर लाया गया। उन्हें राम कृष्ण अस्पताल में दाखिल कराया गया है। खबर लिखे जाने तक वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ला, कवासी लखमा समेत आधा दर्जन नेताओं को रायपुर लाए जाने की खबर थी। सुकमा में तीन हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि घटना में विधायक कवासी लखमा को गोली लगी है। लखमा से फोन पर मेरी बात हुई है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और कवासी लखमा एक ही गाड़ी में बैठे थे। गोली लगने के बाद पटेल ने लखमा को बचाने की कोशिश की और उन्हें उतार दिया। इसके बाद नक्सली पटेल और उनके बेटे को अपने साथ ले गए। बाद में गोली चलने की आवाज आई। इसके बाद की खबर अच्छी नहीं है। त्रिवेदी ने बताया कि इस घटना की जानकारी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केंद्रीय गृहमंत्री सुशील शिंदे को दी गई है।
कांग्रेस भवन में जुटे नेता
घटना की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस भवन में अफरा-तफरी मची रही। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता वहां अपने नेताओं का हालचाल जानने की कोशिश करते रहे। राष्ट्रीय प्रवक्ता भक्तचरण दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री भूपेश बघेल, विधान मिश्रा, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अंबिका मरकाम, विधायक कुलदीप जुनेजा, जिलाध्यक्ष इंदरचंद धाड़ीवाल, पंकज शर्मा के साथ कार्यकर्ता जानकारी लेते रहे।
वरिष्ठ नेताओं की मौत की सूचना आने के साथ ही कांग्रेस भवन का माहौल गमगीन हो गया। सबके चेहरे उतर गए। कार्यकर्ताओं में भारी गुस्सा भी नजर आ रहा था। वे राजभवन और मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने को लेकर हल्ला करते रहे। कुछ लोग जयस्तंभ चौक में जाकर प्रदर्शन करने की बात कर रहे थे। उनकी मांग थी कि राज्य में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। बीच-बीच में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी होती रही। महिला कांग्रेस की कई कार्यकर्ता रोने लगीं।
सरकार को बर्खास्त किया जाए : तीसरा मोर्चा
छत्तीसगढ़ संयुक्त मोर्चा और छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने भाजपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। स्वाभिमान मंच के केंद्रीय प्रवक्ता राजकुमार गुप्त ने कहा कि कांग्रेस नेताओं पर हमले की हम निंदा करते हैं। इस तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए। इससे साबित हो गया है कि प्रदेश सरकार आम लोगों के साथ विशिष्ट लोगों की सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल है। भाजपा सरकार को बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। इसे तत्काल बर्खास्त किया जाए। राज्य सरकार कानून-व्यवस्था संभाल नहीं पा रही है।
मौत - महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, कांग्रेस नेता नूर मोहम्मद राजनांदगांव की मौत
गोली लगी- विद्याचरण शुक्ल के पेट में गोली लगी
डा. शिवनारायण द्विवेदी (प्रदेश सचिव) , सुरेंद्र शर्मा (संयोजक विचार विभाग), चौलेश्वर चंद्राकर, शिव ठाकुर के पीठ में छर्रा लगा
बहूत खराब बेचारे
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