गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

लड़की को अगवा कर पहुंचा दिया मंत्री जी की कोठी पर

फर्रुखाबाद. एक अप्रैल को अपहृत छात्रा को मंगलवार की देर रात फर्रुखाबाद पुलिस ने बड़े ही नाटकीय ढंग से आईआईटी चौराहे के पास बरामद किया। लेकिन लड़की ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि उसका अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ता उसको सपा के मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव के कोठी रखे हुए थे। पुलिस मंगलवार की रात उसको वहां से लेकर थाने आई थी।

जानकारी के मुताबिक, फर्रुखाबाद के परमनगर गांव की रहने वाली रचना (बदला हुआ नाम) ने कोर्ट परिसर में जो बयान दिया उससे सनसनी फ़ैल गयी। उसके अनुसार उसका अपहरण एक अप्रैल को उस वक़्त हुआ जब वह सुबह शौच के लिए घर से बाहर निकली थी।

रास्ते में उसी गांव के रहने वाले अवनीश उसके चाचा सुशील और इनके साथ तीन अन्य साथी ने अपहरण किया था। जबरन उसके आंखों पर पट्टी बांध कर उसे गाडी में बैठाया गया और सपा सरकार में मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव के कोठी पर ले गए थे। फर्रुखाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक ओ पी सिंह का कहना है कि पिछले एक अप्रैल को अवनीश और रचना गांव से अचानक गायब हो गए थे। इसके बाद दोनों पक्षों की तरफ से नवाबगंज थाने में अपहरण किये जाने का रिपोर्ट दर्ज कराया गया था। इसके बाद पुलिस इन दोनों की तलाश में लगी हुई थी। मंगलवार की देर रात पुलिस ने लड़की को आईआईटी चौराहे से बरामद किया है। यहां से अवनीश को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया है। लड़की का आरोप बेबुनियाद है। यूपी सरकार में मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव का कहना है कि यह सब एक साजिश है। इसके तहत उनको और उनके बेटे को बदनाम किये जाने की कोशिश की जा रही है।पीड़िता के पिता का कहना है कि जिन लोगों ने मेरी बेटी का अपहरण किया उनके परिवार से इन लोगों का काफी दिनों से विवाद चल रहा था। उसी विवाद के चलते अवनीश का उनके लडके के साथ होली के दिन झगडा हुआ था। इसके बाद अवनीश ने इनके बेटे को देख लेने की धमकी भी दी थी। लड़की के पिता ने यह भी कहा कि अवनीश के चाचा सुशील, नरेंद्र सिंह यादव के बेटे सचिन के दोस्त हैं। इस दोस्ती का धौस उन लोगों को वो हमेशा देते रहते थे। पीड़िता को नारी निकेतन इटावा भेज दिया गया है।बताते चलें कि नरेन्द्र सिंह यादव समाज वादी पार्टी में होमगार्ड, पी आर डी और व्यावसायिक शिक्षा के मंत्री है। उनके बेटे सचिन सिंह यादव को इस बार समाजवादी पार्टी ने फर्रुखाबाद से लोक सभा का उम्मीदवार घोषित किया गया है। नरेन्द्र सिंह यादव का कहना है कि यह सब एक साजिश है। इसके तहत उनको और उनके बेटे को बदनाम किये जाने की कोशिश की जा रही है।


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