राखी का बंधन या मंगलसूत्र का रिश्ता!
सीकर। दरकते सामाजिक रिश्तों की इससे बड़ी बानगी क्या होगी? पति को छोड़ बहन सगे भाई की पत्नी बन गई। भाई ने भी अपनी पत्नी को त्याग दिया। दोनों नाम बदलकर पांच वर्ष तक सीकर में रहे, लेकिन यह रिश्ता छुप ना सका। पत्नी बनी बहन ने बुधवार रात अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस जांच में मामले की परतें खुलीं तो हर कोई दंग रह गया। दोनों का तीन वर्ष का बेटा भी है। शहर कोतवाल बालाराम ने बताया कि आत्महत्या के पीछे आर्थिक तंगी को कारण बताया जा रहा है।
शाहपुरा क्षेत्र के धवली आमलोदा गांव निवासी सुनील उर्फ पप्पू और उसकी सगी बहन उषा किराए के मकान में पति-पत्नी की तरह रहते थे। सुनील गांव का घर बेचकर यहां आया था और कुछ दिनों से कारपेंटर का कार्य कर रहा था। उप खंड अधिकारी के आदेश पर उषा के शव का अंतिम संस्कार करवाया गया। चिता को अग्नि पति बने भाई ने दी।
हमारे लिए मर गए...
पुलिस ने धवली आमलोदा गांव के सरपंच से बात कर इनके परिवार की जानकारी पता की। सुनील के नाम पर तो कोई नहीं बता पाया, लेकिन पप्पू का नाम सामने आने पर पुलिस को जयपुर में रहने वाले उसके बड़े भाई राजेश के नंबर मिल गए। राजेश को घटना की जानकारी दी और शव लेने के लिए सीकर आने की बात कही तो उसने... हमारे लिए तो यह पहले ही मर गए कहकर फोन काट दिया।
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