मासूम की अंगुली काटने के मामले में चार कार्मिक निलंबित
कलेक्टर ने गंभीरता से लिया, ड्यूटी पर कार्यरत तीन मेलनर्स व एक स्वीपर का मुख्यालय सीएमएचओ किया
बाड़मेर राजकीय अस्पताल में स्वीपर की लापरवाही से एक मासूम की अंगुली काटने के मामले में दूसरे दिन मंगलवार को कलेक्टर भानुप्रकाश एटूरू ने प्रारंभिक जांच के आधार पर ड्यूटी पर कार्यरत तीन मेल नर्स व एक स्वीपर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। चारों कार्मिकों का मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस किया गया है। कलेक्टर ने यह कार्रवाई अस्पताल के पीएमओ डॉ.आरके माहेश्वरी की ओर से की गई प्रारंभिक जांच के बाद की। वहीं इस मामले की मुख्य जांच कलेक्टर ने एडीएम अरुण पुरोहित को सौंपी है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को तिरसिंगड़ी गांव के डेढ़ वर्षीय मासूम की इंट्रा कैथ हटाते वक्त स्वीपर ने अंगुली काट दी थी। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा किया था। तीन दिन पहले तिरसिंगड़ी निवासी अल्लारखा अपने डेढ़ वर्षीय बेटे आशिफ को बुखार आने पर राजकीय अस्पताल लेकर आया था। जहां पर उपचार के लिए भर्ती किया गया। सोमवार को डिस्चार्ज करते वक्त नर्सिंग स्टाफ की बजाय स्वीपर ने इंट्रा कैथ हटाते हुए बच्चे की अंगुली काट दी। एडीएम पुरोहित ने बताया कि बुधवार को जांच शुरू की जाएगी। पूरे मामले की जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ये हुए निलंबित
कलेक्टर ने तत्कालीन समय शिशु रोग वार्ड में ड्यूटी पर कार्यरत चार कार्मिकों को निलंबित किया है। इनमें लक्ष्मण कुमार मेलनर्स-सैकंड, अनिल कुमार मेलनर्स-सैकंड, राजेंद्र मौर्य मेलनर्स-सैकंड तथा बद्रीलाल स्वीपर को सस्पेंड कर इनका मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस किया गया है।
नर्सिंग स्टाफ को माना दोषी
अस्पताल के शिशु वार्ड में नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगा रखी थी। बच्चे को डिस्चार्ज करने की पूरी प्रक्रिया नर्सिंग स्टाफ के माध्यम से की जानी थी, लेकिन नर्सिंग स्टाफ ने जिम्मेदारी को नहीं समझा और यह कार्य स्वीपर को दे दिया। जिसे इंट्रा कैथ हटाने के बारे में जानकारी नहीं थी। अब एडीएम अरुण पुरोहित बुधवार से जांच शुरू करेंगे।
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