सोमवार, 8 अप्रैल 2013

पार्टी के मंत्री ही बोलते हैं सरकार मरी है, कौन सुने फरियाद: वसुंधरा राजे



जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि जिस सरकार को उसी के पार्टी के केन्द्रीय मंत्री मरी हुई बता रहे हो और सुनवाई नहीं होने पर थाने के सामने धरने पर बैठ रहे हो, ऐसी सरकार से जनता को उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस सरकार में केन्द्रीय मंत्रियों तक की ही सुनवाई नहीं हो रही हो, उस बहरी सरकार में बेचारे आम आदमी की फरियाद कौन सुनेगा। राजे उदयपुर जिले के सलूम्बर कस्बे में एक जनसभा में बोल रही थीं।


सुराज संकल्प यात्रा के पांचवें दिन सलूम्बर पहुंची राजे ने कहा कि प्रदेश के मतदाता को अपने मत का मोल समझना होगा, क्योंकि कांग्रेस कई छोटे-छोटे दलों को चुनाव लड़वाकर भाजपा को नुकसान पहुंचाना चाहेगी, जिससे आपके और हमारे नए राजस्थान बनाने के सपने को साकार करने में बाधा पहुंचेगी। इसलिए छोटे-छोटे दलों के साथ जाकर अपना मत खराब न करें और विकास की पर्याय भाजपा के साथ चले।


वसुंधरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार और उसके नुमाइंदे आए दिन गरीबों का मजाक उड़ाते हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर सुब्बाराव ने ये कहकर गरीब का घोर अपमान कर दिया कि गरीब दूध, अंडे और फल खाने लगा है, इसलिए महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सुब्बाराव को राजस्थान आकर देखना चाहिए कि यहां का आदिवासी किस हाल में जी रहा है। दूध अंडे और फल की बात तो दूर उसे दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल रही। लोग भूख से मर रहे हैं। 60 साल से आदिवासी जिस हाल में पहले था, आज भी उस हाल में है। आज भी राजस्थान में कई लोग भूखे सा रहे हैं। इसलिए सुब्बाराव को इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। राजे के साथ नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, मुख्य सचेतक राजेन्द्र राठौड़, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण माहेश्वरी, सांसद दुष्यंत सिंह भी मौजूद थे।


सीबीआई हो या उसका बाप, मैं डरने वाली नहीं हूं: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने सलूम्बर की सभा में कहा कि कांग्रेस की इस सरकार ने सीबीआई को हव्वा बना रखा है, जो कभी किसी को डराती है, तो कभी किसी को धमकाती है। चाहे सीबीआई हो, या उसका बाप हम किसी से डरने वाले नहीं है। मुझे जेल ही तो भेजोगे। जनता जानती है कि मैं सच्ची हूं। कांग्रेस की इस सरकार ने साढ़े चार साल खूब फाइलें खंगाली, खूब कमीशन बिठाए लेकिन मैंने आपकी इस चुनरी को कलंकित नहीं होने दिया, जो आपने पहनाई थी। मैं तो कहती हूं मेरे रक्त की एक-एक बूंद भी इस प्रदेश के लिए काम आए तो मैं सहर्ष तैयार हूं।


संदेश यात्रा नहीं शोक संदेश यात्रा: वसुंधरा राजे ने सलूम्बर की सभा में कहा कि कांग्रेस भी सुराज संकल्प यात्रा की नकल में संदेश यात्रा निकाल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संदेश यात्रा के शुरूआत में ही राम नाम सत्य है, सत्य बोले गत है बोलकर स्पष्ट कर दिया कि उनकी ये यात्रा संदेश यात्रा नहीं शोक संदेश यात्रा है।

वसुंधरा ने किया आदिवासी गवरी नृत्य: वसुंधरा राजे ने सलूम्बर के पास गांवड़ा पाल गांव में आदिवासी गवरी नृत्य किया। हुआ यूं कि राजे सलूम्बर में एक विशाल आमसभा को सं‍बोधित कर सुराज संकल्प यात्रा के रथ से लसाडिय़ा जा रही थी।


गांवड़ा पाल गांव में आदिवासियों का विशाल जनसमूह राजे के स्वागत के लिए खड़ा था। राजे उनके बीच पहुंची तो उन्होंने न केवल राजे का जोरदार स्वागत किया बल्कि अपने साथ आदिवासी गवरी नृत्य करने का भी आग्रह किया। वे आदिवासियों के आग्रह को नहीं टाल पाई और उन्होंने आदिवासियों के साथ जमकर आदिवासी नृत्य किया।

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