" चिंतन - मनन - दूख-दर्द का विस्मरण
साथ मिलकर बनाएगे सुनहरा राजस्थान "
"सुराज संकल्प यात्रा " मे आदिवासी महिलाओ के साथ वसुंधरा राजे ...........
धरियावादप्रतापगढ़, 9 अप्रेल। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अपनी यात्रा के छठे दिन की शुरूआत आदिवासी महिलाओं के साथ आत्मसात कर की।
श्रीमती राजे ज्यों ही रथ में सवार होेने लगी तो एक आदिवासी बाला प्रियंका मीणा ने उनसे आकर निवेदन किया, कि कुछ आदिवासी महिलाएं उनसे मिलना चाहती है। यह सुनकर श्रीमती राजे रथ में चढ़ने की बजाय आदिवासी महिलाओं के बीच चली गर्इ। जहां उन्होंने आदिवासी महिलाओं के साथ बैठकर लम्बी चर्चा की।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने इन महिलाओं से पूछा कि लड़कियों को स्कूल भेजती हो या नहीं, तो अधिकांश महिलाओं ने इनकार किया। उन्होंने बताया कि पैसे के अभाव में वे अपनी बचिचयों को नहीं पढ़ा सकती। इस पर वसुन्धरा ने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में बालिका शिक्षा मुफ्त कर दी थी।
इसलिये बचिचयों को वे जरूर स्कूल भेजे। राजे ने इन महिलाओं का हौसला भी बढ़ाया कि मैं महिला होकर इस मुकाम तक पहुंच सकती हूं, तो आदिवासी बचिचयां क्यों नहीं। इसलिये अपनी बचिचयों को स्कूल भेजो, ताकि वे पढ़ लिखकर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन कर सके।
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