शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

बेटियो ने निभाया बेटे का फर्ज

बेटियो ने निभाया बेटे का फर्ज

बालोतरा। बालोतरा की दो बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाते हुए अपनी मां की पार्थिव देह को कंधा व मुखाग्नि दी। बालोतरा में संभवत: इस प्रकार का यह पहला मौका बताया जा रहा है। शहर के एक निजी चिकित्सालय डागा हॉस्पिटल में नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद पर कार्यरत डॉ. राजेन्द्र राज जैन की पत्नी श्रीमती स्नेहलता जैन पिछले काफी समय से असाध्य बीमारी से ग्रस्त थी। उनके पुत्र नहीं था।

दो बेटियंा श्वेता व अंकिता के साथ ही पति डॅा. राजेन्द्र राज जैन ने बीमारी के दौरान उनकी हरसंभव सेवा की। दोनों बेटियों ने कभी भी अपने माता-पिता को बेटे की कमी खलने नहीं दी। बुधवार को श्रीमती स्नेहलता का निधन हो गया।

अंतिम यात्रा के दौरान घर से रवानगी के वक्त श्वेता व अंकिता ने बेटे का फर्ज निभाते हुए अपनी मां की पार्थिव देह को कंधा दिया। बाद में मुक्तिधाम स्थल पहुंचकर मुखाग्नि देने की रस्म अदा की। प्रकाश श्रीश्रीमाल ने इससे पूर्व चार लोगस्स का उच्चारण किया। बेटियों द्वारा अपनी मां को कांधा व मुखाग्नि देने की इस घटना को अंतिम यात्रा में शामिल बड़ी संख्या में मौजूद प्रबुद्धजनों ने सराहनीय व अपूर्व पहल बताया।

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