मंत्रालयिक कर्मचारियों ने किया विरोध-प्रदर्शन
ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रदर्शन
कई संगठनों ने दिया समर्थन, कलेक्टर को ज्ञापन सौंप किया आधे दिन कार्य का बहिष्कार
बाड़मेर
छठे वेतनमान में मंत्रालयिक संवर्ग की वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए गठित राजस्थान मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति ने विरोध-प्रदर्शन तेज कर दिया है। बुधवार को शुरू हुए इस विरोध-प्रदर्शन के तहत गुरुवार को भी लंच के बाद जिलेभर के सरकारी कार्यालय में कार्यरत मंत्रालयिक कर्मचारियों काली पट्टी बांधकर कार्यों का बहिष्कार किया। इसके बाद कर्मचारियों ने महावीर पार्क में बैठक आयोजित कर सर्वसम्मति से तीन सूत्री मांगपत्र मनवाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। साथ ही कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
समिति के उप संयोजक पीराराम शर्मा ने बताया कि सरकार की ओर से स्टेट पैरेटी के आधार पर मंत्रालयिक कर्मचारियों की ग्रेड पे सहित अन्य परिलाभ दिए जाएं, जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी के समस्त संवर्गों के समस्त पदों का वेतन समान कर दिए जाए। साथ ही कनिष्ठ लिपिक ग्रेड पे 3600 रुपए, वरिष्ठ लिपिक का ग्रेड पे 4200 रुपए, कार्यालय सहायक, सहायक अनुभाग अधिकारी का ग्रेड पे 4800 रुपए तथा कार्यालय अधीक्षक व अनुभाग अधिकारी का ग्रेड पे 5400 रुपए किया जाए। उन्होंने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 2800 रुपए ग्रेड पे देने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बैठक में भीखाराम, प्रीतमसिंह ने प्रदेश में चल रहे आंदोलन की जानकारी दी। इस मौके पर शेरसिंह भुरटिया, नूतनपुरी गोस्वामी, जेठाराम शर्मा, प्रेमसिंह, अचलाराम बेनिवाल, किशनलाल सोलंकी, बसंती देवी, हंसराज सोनी, ओमप्रकाश बोहरा, आंबाराम, विशनचंद, खीमसिंह, गोपाराम, कन्हैयालाल, मलसिंह, कुशलाराम, बाबूलाल संखलेचा ने विचार व्यक्त करते हुए संघर्ष में संपूर्ण भागीदारी का आह्वान किया।
विभिन्न संगठनों ने दिया समर्थन
जिला संयोजक बाबूलाल संखलेचा ने बताया कि मंत्रालयिक कर्मचारियों के आंदोलन को विभिन्न कर्मचारी संगठनों का समर्थन मिल रहा है। राज्य कर्मचारी महासंघ एकीकृत के बालसिंह, राजस्थान प्राथमिक-माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शेरसिंह भुरटिया, पटवार संघ एसोसिएशन के प्रेमसिंह माचरा, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के अचलाराम बेनिवाल, एकाउंट एसोसिएशन एवं डिस्कॉम के जेठाराम शर्मा, जितेंद्र छंगाणी, कुशलाराम, जितेंद्र राठी ने मंत्रालयिक कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन एवं सहयोग देने की घोषणा की।
सहायक कर्मचारी भी प्रदर्शन में शामिल
राजस्थान सहायक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले गुरुवार को बजट घोषणा में जारी आदेश के तहत सहायक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा करने के विरोध में कर्मचारियों ने दोपहर बाद कार्यों का बहिष्कार किया। वहीं, कर्मचारियों ने रैली निकाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ज्ञापन में बताया कि वेतन पे ग्रेड की विसंगतियों के समाधान को लेकर जो आदेश जारी किए गए। उनमें राज्य सरकार ने शिक्षकों, मंत्रालय एवं अधीनस्थ संवर्ग के कर्मचारियों को राहत दी गई। वहीं, राज्य के सबसे अल्पवेतन भोगी कर्मचारियों को केंद्रीय कर्मचारियों के समान परिलाभ नहीं दिया गया जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। ज्ञापन में बताया कि 26 अप्रैल को राज्यव्यापी कार्य का बहिष्कार कर कलेक्टर कार्यालयों के आगे प्रदर्शन किया जाएगा।
एलटी व फार्मासिस्ट भी शामिल: अखिल राजस्थान लेबोरेटरी टेक्नीशियन कर्मचारी संघ के आह्वान पर वेतन विसंगति एवं भत्तों की मांग को लेकर सुबह 8 से 11 बजे तक कार्यों का बहिष्कार कर विरोध जताया जिससे निशुल्क जांच योजना सहित लेबोरेटरी जांच कार्य प्रभावित हुआ। जिलाध्यक्ष टीकमाराम चौधरी ने मांग पत्र की मांगों को जल्द स्वीकार करने की मांग की है। इसी तरह फार्मासिस्टों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघ के राजेंद्र धतरवाल, भैरुसिंह, संजय मेहता व विपिंद्र सिंह ने बताया कि चयन प्रक्रिया, सेवा नियम व शर्तें समान होने के बावजूद नर्स ग्रेड द्वितीय के ग्रेड-पे बैंड में बढ़ोतरी की गई लेकिन फार्मासिस्टों का भटनागर समिति में कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है।
चौहटन. राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति ब्लॉक चौहटन में कार्यरत कर्मचारियों ने गुरुवार को लंच के बाद आधे दिन तक काली पट्टी बांध कर विरोध जताते हुए कार्यों का बहिष्कार किया। इसके बाद कर्मचारियों ने एसडीएम राकेश कुमार चौधरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। गुरुवार को अध्यक्ष हिम्मतसिंह सोलंकी, गौतम सेठिया, सूर्यप्रकाश जोशी, पवन धारीवाल, मदनलाल धारीवाल, ओमसिंह, खुशालाराम, चुन्नीलाल दहिया सहित कर्मचारियों ने अपने कार्यालय में आधे दिन का अवकाश रख कार्यों का बहिष्कार किया।
शिव. उपखंड मुख्यालय के समस्त कार्यालयों के लिपिक एवं लेखा सहायकों ने गुरुवार को दूसरे दिन उपखंड कार्यालय के आगे धरना देकर विरोध जताया। बाद में कर्मचारियों ने एसडीएम डॉ.नखतदान बारहठ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में वेतन विसंगति दूर करने का आग्रह किया गया है। कर्मचारी नेता सुरेंद्र सिंह सोढ़ा ने कहा कि सरकार जब तक हमारी वाजिब मांगें नहीं मानेगी तो प्रदेशव्यापी धरना दिया जाएगा। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष पुरुषोतम पंवार, डूंगरचंद, गजाराम, सुरेंद्र कुमार व जयनारायण मौजूद थे।
गुड़ामालानी. राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर राजस्व, बिजली, शिक्षा आदि विभागों के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने वेतनमान में संशोधन सहित अन्य मांगों को लेकर आधा दिन कार्य का बहिष्कार किया। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति गुड़ामालानी के अध्यक्ष मोहनलाल सोनी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने बहिष्कार किया। इस मौके पर मेवाराम शर्मा, पुखराज विश्नोई, अणदाराम, धन्नाराम चौधरी, आंबाराम, नरेंद्र कुमार, असफाक अहमद, राजेंद्र कुमार, भोपालसिंह, हरिराम जाणी, मनोज कुमार मौजूद थे।
सिणधरी. शाखा के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने छठे वेतनमान में मंत्रालयिक संवर्ग के वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर तहसील/पंचायत समिति स्तरीय गठित राजस्थान मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के सदस्य दोपहर बाद काली पट्टी बांध विरोध जताया। इसके बाद कर्मचारियों ने तहसीलदार सिणधरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
राजस्थान सहायक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले गुरुवार को बजट घोषणा में जारी आदेश के तहत सहायक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा करने के विरोध में कर्मचारियों ने दोपहर बाद कार्यों का बहिष्कार किया। वहीं, कर्मचारियों ने रैली निकाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ज्ञापन में बताया कि वेतन पे ग्रेड की विसंगतियों के समाधान को लेकर जो आदेश जारी किए गए। उनमें राज्य सरकार ने शिक्षकों, मंत्रालय एवं अधीनस्थ संवर्ग के कर्मचारियों को राहत दी गई। वहीं, राज्य के सबसे अल्पवेतन भोगी कर्मचारियों को केंद्रीय कर्मचारियों के समान परिलाभ नहीं दिया गया जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। ज्ञापन में बताया कि 26 अप्रैल को राज्यव्यापी कार्य का बहिष्कार कर कलेक्टर कार्यालयों के आगे प्रदर्शन किया जाएगा।
एलटी व फार्मासिस्ट भी शामिल: अखिल राजस्थान लेबोरेटरी टेक्नीशियन कर्मचारी संघ के आह्वान पर वेतन विसंगति एवं भत्तों की मांग को लेकर सुबह 8 से 11 बजे तक कार्यों का बहिष्कार कर विरोध जताया जिससे निशुल्क जांच योजना सहित लेबोरेटरी जांच कार्य प्रभावित हुआ। जिलाध्यक्ष टीकमाराम चौधरी ने मांग पत्र की मांगों को जल्द स्वीकार करने की मांग की है। इसी तरह फार्मासिस्टों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघ के राजेंद्र धतरवाल, भैरुसिंह, संजय मेहता व विपिंद्र सिंह ने बताया कि चयन प्रक्रिया, सेवा नियम व शर्तें समान होने के बावजूद नर्स ग्रेड द्वितीय के ग्रेड-पे बैंड में बढ़ोतरी की गई लेकिन फार्मासिस्टों का भटनागर समिति में कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है।
चौहटन. राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति ब्लॉक चौहटन में कार्यरत कर्मचारियों ने गुरुवार को लंच के बाद आधे दिन तक काली पट्टी बांध कर विरोध जताते हुए कार्यों का बहिष्कार किया। इसके बाद कर्मचारियों ने एसडीएम राकेश कुमार चौधरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। गुरुवार को अध्यक्ष हिम्मतसिंह सोलंकी, गौतम सेठिया, सूर्यप्रकाश जोशी, पवन धारीवाल, मदनलाल धारीवाल, ओमसिंह, खुशालाराम, चुन्नीलाल दहिया सहित कर्मचारियों ने अपने कार्यालय में आधे दिन का अवकाश रख कार्यों का बहिष्कार किया।
शिव. उपखंड मुख्यालय के समस्त कार्यालयों के लिपिक एवं लेखा सहायकों ने गुरुवार को दूसरे दिन उपखंड कार्यालय के आगे धरना देकर विरोध जताया। बाद में कर्मचारियों ने एसडीएम डॉ.नखतदान बारहठ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में वेतन विसंगति दूर करने का आग्रह किया गया है। कर्मचारी नेता सुरेंद्र सिंह सोढ़ा ने कहा कि सरकार जब तक हमारी वाजिब मांगें नहीं मानेगी तो प्रदेशव्यापी धरना दिया जाएगा। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष पुरुषोतम पंवार, डूंगरचंद, गजाराम, सुरेंद्र कुमार व जयनारायण मौजूद थे।
गुड़ामालानी. राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर राजस्व, बिजली, शिक्षा आदि विभागों के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने वेतनमान में संशोधन सहित अन्य मांगों को लेकर आधा दिन कार्य का बहिष्कार किया। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति गुड़ामालानी के अध्यक्ष मोहनलाल सोनी के नेतृत्व में कर्मचारियों ने बहिष्कार किया। इस मौके पर मेवाराम शर्मा, पुखराज विश्नोई, अणदाराम, धन्नाराम चौधरी, आंबाराम, नरेंद्र कुमार, असफाक अहमद, राजेंद्र कुमार, भोपालसिंह, हरिराम जाणी, मनोज कुमार मौजूद थे।
सिणधरी. शाखा के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने छठे वेतनमान में मंत्रालयिक संवर्ग के वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर तहसील/पंचायत समिति स्तरीय गठित राजस्थान मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के सदस्य दोपहर बाद काली पट्टी बांध विरोध जताया। इसके बाद कर्मचारियों ने तहसीलदार सिणधरी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
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