चंडीगढ़/मुंबई. तस्करी के आरोप में पकड़े गए एनआरआई अनूप काहलों ने पुलिस कस्टडी में खुदकुशी की कोशिश की है। उसने हाथ की नसें काट कर जान देने की कोशिश की। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। तस्करी में दो खिलाडि़यों के भी नाम आ रहे हैं।
इन सबके बीच, पंजाब में अनूप से 130 करोड़ रुपए की हेरोइन पकड़े जाने के मामले में डीआईजी एमएफ फारूकी ने खुलासा किया है कि जांच में मोहाली के सस्पेंड डीएसपी जगदीश भोला इस पूरे रैकेट के किंगपिन के रूप में सामने आए हैं। हेरोइन वह ही सप्लाई करता था। लेकिन वह इसे कहां से लाता था तथा कैसे आगे सप्लाई करता था इस बात का खुलासा उसकी गिरफ्तारी के बाद हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस केस से और भी कई खिलाडिय़ों के जुड़े होने की संभावना हो सकती है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
भोला फरार है। शुक्रवार को उसके घर पर छापामारी की गई। छापेमारी में फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने शुक्रवार को अर्जुन अवार्डी पहलवान जगदीश भोला के घर छापा मारकर 10 किलो नशीला कैमिकल व 8.70 लाख रुपए बरामद किए। छापे के समय भोला घर नहीं था। भोला फेज-10 स्थित मकान नंबर-984 में रहता है। एस.एस.पी. सिंह गुरदयाल सिंह मान ने बताया कि यह कार्रवाई काहलों व रॉकी की निशानदेही पर की गई।
भोला ने एशियाड में पदक जीता था। उसे 1998 में अर्जुन अवार्ड मिला और पंजाब सरकार ने डी.एस.पी. बनाया। बाद में महाराष्ट्र पुलिस ने उसे ड्रग तस्करी में पकड़ा। इस पर केंद्र ने उससे सम्मान वापस ले लिया था। पंजाब सरकार ने भी उसे डी.एस.पी. पद से बर्खास्त कर दिया था।
इस बीच, पंजाब पुलिस ने एक करोड़ की हेरोइन और बरामद की है। यह बरामदगी अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी जगदीश सिंह उर्फ भोला के घर से हुई है। भोला फरार हो गया है।
डीआईजी ने बताया कि अनूप सिंह ने जांच में बताया कि उसके मनप्रीत के साथ संबंध थे तथा वह उसके साथ मिलकर हेरोइन विभिन्न राज्यों में सप्लाई करता था। तीन मार्च को पकड़े गए आरोपियों अनूप सिंह और कुलविंद्र सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने मोगा के मनप्रीत सिंह और उसके रिश्तेदार गब्बर सिंह जिला होशियारपुर को मंडी गोबिंदगढ़ के नजदीक अंबेमाजरा से गिरफ्तार किया था। इनके पास से एक करोड़ रुपए नगद, दो किलो हेरोइन और बीस किलो केमिकल भी बरामद किया गया। हेरोइन की कीमत करीब 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
गुरुवार को पुलिस ने जीरकपुर से 130 करोड़ की हेरोइन बरामद की थी। पुलिस के मुताबिक, अनूप सिंह काहलों 18 वर्षों से कनाडा में सपरिवार रह रहा था। शुरू में वह वहां पर ट्रक चलाता था, लेकिन अमीर बनने के चक्कर में वह ड्रग माफिया से जुड़ गया। पूछताछ में पांच और खिलाडिय़ों के नाम भी सामने आए हैं जो ड्रग्स रैकेट में शामिल हैं। पंजाब पुलिस इनकी पड़ताल के लिए दिल्ली गई है। अनूप सिंह ने पहलवान जगदीश भोला को तस्कर गिरोह का सरगना बताया है। उसने ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह और उनके साथी राम सिंह को अपना क्लाइंट बताया है। पुलिस पूछताछ में राम सिंह ने भी माना है कि वे और विजेंदर ड्रग्स लेते रहे हैं।
इन सबके बीच, पंजाब में अनूप से 130 करोड़ रुपए की हेरोइन पकड़े जाने के मामले में डीआईजी एमएफ फारूकी ने खुलासा किया है कि जांच में मोहाली के सस्पेंड डीएसपी जगदीश भोला इस पूरे रैकेट के किंगपिन के रूप में सामने आए हैं। हेरोइन वह ही सप्लाई करता था। लेकिन वह इसे कहां से लाता था तथा कैसे आगे सप्लाई करता था इस बात का खुलासा उसकी गिरफ्तारी के बाद हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस केस से और भी कई खिलाडिय़ों के जुड़े होने की संभावना हो सकती है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
भोला फरार है। शुक्रवार को उसके घर पर छापामारी की गई। छापेमारी में फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने शुक्रवार को अर्जुन अवार्डी पहलवान जगदीश भोला के घर छापा मारकर 10 किलो नशीला कैमिकल व 8.70 लाख रुपए बरामद किए। छापे के समय भोला घर नहीं था। भोला फेज-10 स्थित मकान नंबर-984 में रहता है। एस.एस.पी. सिंह गुरदयाल सिंह मान ने बताया कि यह कार्रवाई काहलों व रॉकी की निशानदेही पर की गई।
भोला ने एशियाड में पदक जीता था। उसे 1998 में अर्जुन अवार्ड मिला और पंजाब सरकार ने डी.एस.पी. बनाया। बाद में महाराष्ट्र पुलिस ने उसे ड्रग तस्करी में पकड़ा। इस पर केंद्र ने उससे सम्मान वापस ले लिया था। पंजाब सरकार ने भी उसे डी.एस.पी. पद से बर्खास्त कर दिया था।
इस बीच, पंजाब पुलिस ने एक करोड़ की हेरोइन और बरामद की है। यह बरामदगी अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी जगदीश सिंह उर्फ भोला के घर से हुई है। भोला फरार हो गया है।
डीआईजी ने बताया कि अनूप सिंह ने जांच में बताया कि उसके मनप्रीत के साथ संबंध थे तथा वह उसके साथ मिलकर हेरोइन विभिन्न राज्यों में सप्लाई करता था। तीन मार्च को पकड़े गए आरोपियों अनूप सिंह और कुलविंद्र सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने मोगा के मनप्रीत सिंह और उसके रिश्तेदार गब्बर सिंह जिला होशियारपुर को मंडी गोबिंदगढ़ के नजदीक अंबेमाजरा से गिरफ्तार किया था। इनके पास से एक करोड़ रुपए नगद, दो किलो हेरोइन और बीस किलो केमिकल भी बरामद किया गया। हेरोइन की कीमत करीब 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
गुरुवार को पुलिस ने जीरकपुर से 130 करोड़ की हेरोइन बरामद की थी। पुलिस के मुताबिक, अनूप सिंह काहलों 18 वर्षों से कनाडा में सपरिवार रह रहा था। शुरू में वह वहां पर ट्रक चलाता था, लेकिन अमीर बनने के चक्कर में वह ड्रग माफिया से जुड़ गया। पूछताछ में पांच और खिलाडिय़ों के नाम भी सामने आए हैं जो ड्रग्स रैकेट में शामिल हैं। पंजाब पुलिस इनकी पड़ताल के लिए दिल्ली गई है। अनूप सिंह ने पहलवान जगदीश भोला को तस्कर गिरोह का सरगना बताया है। उसने ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह और उनके साथी राम सिंह को अपना क्लाइंट बताया है। पुलिस पूछताछ में राम सिंह ने भी माना है कि वे और विजेंदर ड्रग्स लेते रहे हैं।
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