बीजेपी संसदीय बोर्ड में मोदी की एंट्री!
नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के संसदीय बोर्ड में आ रहे हैं। बोर्ड के नए सदस्य के तौर पर उनके नाम पर मुहर लगाई जा चुकी है। इस तरह छह साल बाद पार्टी की सबसे ताकतवर समिति में मोदी की वापसी तय हो रही है। यह पहला मौका है जब बीजेपी संसदीय बोर्ड में किसी मुख्यमंत्री को शामिल किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी चर्चा में था लेकिन मोदी बाजी मार ले गए।
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर राजनाथ सिंह ने अपनी टीम को अंतिम रूप दे दिया है। मैराथन चिंतन के बाद भी वे अपनी टीम में ज्यादा बदलाव नहीं कर पाए हैं। टीम की औपचारिक घोषणा आजकल में कर दी जाएगी। सिंह ने जो टीम बनाई है उसमें उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी से मुकाबला करने के लिए वरूण गांधी को महासचिव बनाया है। वहीं नरेन्द्र मोदी के दबाव के कारण अमित शाह को महासचिव बनाया जा रहा है। दागी शाह अब भाजपा के राष्ट्रीय चेहरा होंगे। मोदी को संसदीय बोर्ड का सदस्य बनने की अटकलें उनके लगातर तीसरी बार गुजरात चुनाव जीतने के बाद से ही चल रही थीं। राजनाथ सिंह ने भी मोदी के बढ़ते कद को स्वीकार भी किया था।
महासचिव पद में ज्यादा बदलाव नहीं
वैसे पार्टी में अध्यक्ष के बाद प्रमुख माने जाने वाले महासचिव के पद पर ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। महज खाली जगहों को भरा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो वर्तमान महासचिवों में किरण माहेश्वरी, अनंत कुमार, थावर चंद गहलोत, धर्मेन्द्र प्रधान, और जेपी नड्डा को दोबारा महासचिव बनाया जा रहा है। वहीं ट्राइबल कोटे से तापीर गाव की जगह जुएल ओरांव को महासचिव बनाया गया है। संगठन महामंत्री रामलाल पद पर बने रहेंगे। नवें महासचिव के लिए राजीव प्रताप रूडी और मुख्तार अब्बास नकवी के बीच रस्साकशी जारी है।
गडकरी संग मिलकर बनाई सूची
भाजपा अध्यक्ष देर रात तक सूची को अंतिम रूप देते रहे। इससे पूर्व दिन में नितिन गडकरी ने उनसे मिलकर सूची को अपनी अंतिम सहमति प्रदान की। बताया जा रहा है कि टीम में राजनाथ को पूरी स्वतंत्रता नहीं मिल पाई है। टीम में सभी आला नेताओं के प्रतिनिधि को रखा गया है। एक तरह से टीम राजनाथ नई बोतल में पुरानी शराब की तरह है।
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