केयर्न गुजरात की फर्टिलाइजर कंपनियों को बेचेगी गैस
राजस्थान में भारत के सबसे बड़े ऑनशोर ऑयलफील्ड ऑपरेटर केयर्न इंडिया इस महीने से गुजरात की फर्टिलाइजर कंपनियों को गैस की कमर्शियल बिक्री शुरू करेगी। इस बारे में सरकारी और इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियांे ने जानकारी दी।
केयर्न को 5 डॉलर प्रति यूनिट के दाम पर गैस की बिक्री होने का अनुमान है। सरकारी तेल कंपनियां इसी दाम पर राजस्थान और दक्षिण गुजरात के कंज्यूमर्स को गैस बेच रही हैं। ऑयल मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताई।
केयर्न इंडिया के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने बताया, 'शुरुआत में कंपनी 5 एमएससीएफपीडी गैस बेचेगी। हमने ब्लॉक में गैस की संभावनाओं का पता लगाया है। इससे हम आने वाले समय में गैस का प्रोडक्शन और बढ़ा सकेंगे।' एक अधिकारी ने बताया कि ऑयल मिनिस्ट्री वीरप्पा मोइली इस बाबत घोषणा कर सकते हैं। गैस की बिक्री शनिवार से होने का अनुमान है। कंपनी के एग्जिक्यूटिव ने बताया, 'केयर्न का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है। हमारे पास बाड़मेर से जामगनर तक गैस की ढुलाई करने के लिए 8 इंच के डायमीटर की गैस पाइपलाइन है।' कंपनी ने राजस्थान ब्लॉक से और तेल और गैस का प्रोडक्शन करने के लिए करीब 100 एक्सप्लोरेशन कुओं की ड्रिलिंग करने का फैसला किया है। कंपनी इस पर करीब 60 करोड़ डॉलर खर्च करेगी।
कंपनी के एग्जिक्यूटिव ने बताया, इस समय ब्लॉक से रोजाना 1.7 लाख बैरल तेल का प्रोडक्शन हो रहा है। इससे कुछ हद तक गैस का प्रोडक्शन हो रहा है। गैस का इस्तेमाल 32 मेगावाट क्षमता वाले कैप्टिव प्लांट में किया जा रहा है। इसके साथ ही ब्लॉक से निकलने वाली गैस का इस्तेमाल केयर्न के 700 किमी लंबे क्रूड ऑयल पाइपलाइन को गर्म करने में किया जाता है। इससे वैक्सी क्रूड की विस्कोसिटी को कम करने में मदद मिलती है। हाल ही सरकार ने केयर्न को ब्लॉक में और खुदाई करने की इजाजत दे दी है। कंपनी अगले दो-तीन सालों में ब्लॉक का आउटपुट बढ़ाकर 3,00,000 बैरल रोजाना करना चाहती है। कंपनी मई में राजस्थान ब्लॉक में दो अतिरिक्त रिग्स लगाने वाली है। इसने सर्विस प्रोवाइडर वेदरफोर्ड से 18 महीने के लिए रिग्स लेने के लिए बातचीत की है। केयर्न के एक अन्य एग्जिक्यूटिव ने यह जानकारी दी। इन्होंने बताया कि ब्लॉक में पहले ही दो रिग्स लगाए जा चुके हैं। पहले एक्सप्लोरेशन कुआं की ड्रिलिंग का काम एक महीने में शुरू हो जाएगा। ब्लॉक पर काम करने वाले एग्जिक्यूटिव ने बताया , ' कंपनी 2013-14 तक ब्लॉक के आउटपुट को बढ़ाकर2,00,000-2,15,000 बैरल रोजाना करना चाहती है। ' केयर्न के राजस्थान ब्लॉक में ओएनजीसी की 30 फीसदीहिस्सेदार ी है।
केयर्न को 5 डॉलर प्रति यूनिट के दाम पर गैस की बिक्री होने का अनुमान है। सरकारी तेल कंपनियां इसी दाम पर राजस्थान और दक्षिण गुजरात के कंज्यूमर्स को गैस बेच रही हैं। ऑयल मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताई।
केयर्न इंडिया के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने बताया, 'शुरुआत में कंपनी 5 एमएससीएफपीडी गैस बेचेगी। हमने ब्लॉक में गैस की संभावनाओं का पता लगाया है। इससे हम आने वाले समय में गैस का प्रोडक्शन और बढ़ा सकेंगे।' एक अधिकारी ने बताया कि ऑयल मिनिस्ट्री वीरप्पा मोइली इस बाबत घोषणा कर सकते हैं। गैस की बिक्री शनिवार से होने का अनुमान है। कंपनी के एग्जिक्यूटिव ने बताया, 'केयर्न का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है। हमारे पास बाड़मेर से जामगनर तक गैस की ढुलाई करने के लिए 8 इंच के डायमीटर की गैस पाइपलाइन है।' कंपनी ने राजस्थान ब्लॉक से और तेल और गैस का प्रोडक्शन करने के लिए करीब 100 एक्सप्लोरेशन कुओं की ड्रिलिंग करने का फैसला किया है। कंपनी इस पर करीब 60 करोड़ डॉलर खर्च करेगी।
कंपनी के एग्जिक्यूटिव ने बताया, इस समय ब्लॉक से रोजाना 1.7 लाख बैरल तेल का प्रोडक्शन हो रहा है। इससे कुछ हद तक गैस का प्रोडक्शन हो रहा है। गैस का इस्तेमाल 32 मेगावाट क्षमता वाले कैप्टिव प्लांट में किया जा रहा है। इसके साथ ही ब्लॉक से निकलने वाली गैस का इस्तेमाल केयर्न के 700 किमी लंबे क्रूड ऑयल पाइपलाइन को गर्म करने में किया जाता है। इससे वैक्सी क्रूड की विस्कोसिटी को कम करने में मदद मिलती है। हाल ही सरकार ने केयर्न को ब्लॉक में और खुदाई करने की इजाजत दे दी है। कंपनी अगले दो-तीन सालों में ब्लॉक का आउटपुट बढ़ाकर 3,00,000 बैरल रोजाना करना चाहती है। कंपनी मई में राजस्थान ब्लॉक में दो अतिरिक्त रिग्स लगाने वाली है। इसने सर्विस प्रोवाइडर वेदरफोर्ड से 18 महीने के लिए रिग्स लेने के लिए बातचीत की है। केयर्न के एक अन्य एग्जिक्यूटिव ने यह जानकारी दी। इन्होंने बताया कि ब्लॉक में पहले ही दो रिग्स लगाए जा चुके हैं। पहले एक्सप्लोरेशन कुआं की ड्रिलिंग का काम एक महीने में शुरू हो जाएगा। ब्लॉक पर काम करने वाले एग्जिक्यूटिव ने बताया , ' कंपनी 2013-14 तक ब्लॉक के आउटपुट को बढ़ाकर2,00,000-2,15,000 बैरल रोजाना करना चाहती है। ' केयर्न के राजस्थान ब्लॉक में ओएनजीसी की 30 फीसदीहिस्सेदार ी है।
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