चरागाह भूमि पर खनन पट्टे देने की जिद!
बाड़मेर। राजस्व विभाग के कार्मिकों व अधिकारियों के मनमाने इस्तेमाल के बाद खनन माफिया अब खान विभाग के माध्यम से चरागाह भूमि के खनन पट्टे जारी करवाने की जुगत में लग गया है। खान विभाग ने ग्राम पंचायत नौसर की 1081 बीघा चरागाह हेतू भूमि को खनन संभावित क्षेत्र में अमलदरामद करने के लिए तहसीलदार बायतु को पत्र भेजा है।
बायतु क्षेत्र की ग्राम पंचायत नौसर के खसरा संख्या 61 की 1081 बीघा जमीन वर्षाें से चरागाह के लिए काम आ रही है। राजस्व रिकार्ड में यह जमीन गैर मुमकिन भाखरी, धोरा, सार्वजनिक रास्ता (चारागाह हेतू) के रूप में दर्ज रही है। बीते वर्ष बायतु तहसीलदार के समक्ष एक व्यक्ति ने आवेदन किया कि राजस्व रिकार्ड में चारागाह हेतू शब्द भूलवश दर्ज हो रखा है इसलिए इस शब्द को हटाया जाए। अगस्त 2012 में सेवानिवृत्त हुए तत्कालीन तहसीलदार ने सेवानिवृत्ति से ठीक दस दिन पहले चरागाह के लिए शब्द हटाने के आदेश दिए, जिस पर पटवारी ने तुरंत ही यह शब्द हटा दिया। इस तरह जमीन की किस्म परिवर्तित हो गई और खनन पट्टे जारी करने का रास्ता साफ हो गया। इधर खान विभाग मे एक साथ 56 जनों ने मेसेनरी स्टोन के लिए इसी जमीन पर लीज के लिए आवेदन कर दिया।
तहसीलदार के आदेश गलत
तहसीलदार के निर्णय के विरूद्ध ग्रामीणों ने अतिरिक्त जिला कलक्टर बाड़मेर के समक्ष वाद दायर किया। इस मामले में एडीएम ने तहसीलदार के निर्णय को गलत ठहराते हुए नौसर पटवारी व तहसीलदार बायतु के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने व राजस्व रिकार्ड में चरागाह हेतु शब्द दर्ज करने के आदेश दिए।
पटवारी ने दर्ज नहीं किया
तीस जनवरी को एडीएम ने यह फैसला दिया था, लेकिन पटवारी ने अभी तक राजस्व रिकार्ड में दुरस्तीकरण नहीं किया है। उनका कहना है कि अभी तक निर्णय पास नहीं हुआ है। जबकि बायतु तहसीलदार महावीर जैन का कहना है कि उन्होंने पटवारी को आदेश दिए हैं और संभवत: उन्होंने चरागाह हेतु शब्द दर्ज कर लिया होगा।
खान विभाग का अलग अलाप
इन सबके बीच खान विभाग ने तहसीलदार बायतु को एक पत्र भेजकर नौसर के खसरा संख्या 61 की 1081 बीघा जमीन को खनन संभावित क्षेत्र में अमलदरामद करने के लिए लिखा है। उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान में ही ऎसा करने का अनुरोध किया। हालांकि तहसीलदार बायतु का कहना है कि उन्हें ऎसा कोई पत्र नहीं मिला है।
दर्ज करने के आदेश दिए
एडीएम के निर्णय की पालना में चरागाह हेतु शब्द राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने के लिए पटवारी को आदेश दिए गए हैं। संभवत: रिकार्ड दुरस्त हो गया होगा। -महावीर जैन, तहसीलदार बायतु
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