डीएसपी, एसएचओ व बिचौलिए को जेल
श्रीगंगानगर। जानलेवा हमले के मामले में एक आरोपित का मुकदमे से नाम निकालने की एवज में बिचौलिए के जरिए दो लाख रूपए रिश्वत लेने के आरोपित नोहर के पुलिस उपअधीक्षक हरीराम चौधरी, भिरानी थाना प्रभारी विजेन्द्र पूनिया और दलाल करणाराम को अदालत ने चौदह दिनों के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जयपुर टीम ने तीनों आरोपितों को शुक्रवार को यहां विशिष्ट न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण प्रकरण) गोवर्घन बाढदार के समक्ष पेश किया।
वकीलों के बेमियादी अनशन पर होने की वजह से अदालत में नोहर के पुलिस उपअधीक्षक ने स्वयं जमानत अर्जी पेश की, जिस पर सुनवाई के लिए 11 मार्च को पेशी तय की गई। ब्यूरो के डीएसपी महावीर जोशी ने शाम सवा चार बजे पुलिस उपधीक्षक चौधरी के अलावा एसएचओ चूरू जिले के नवां गांव निवासी विजेन्द्र पूनियां और बिचौलिए नोहर के वार्ड नं. 8 निवासी शराब ठेके के सैल्समैन करणाराम पुत्र मालाराम छींपा को अदालत में पेश किया।
मारपीट का आरोप
करणाराम ने अदालत के समक्ष भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम पर मारपीट का आरोप लगाया। उसने बताया कि अधिकारियों ने उसे यातनाएं दी। इस वजह से उसके शरीर में अंदरूनी चोटें आई है। उसने जिला चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से चिकित्सकीय परीक्षण करवाने की अर्जी पेश की। अदालत ने केन्द्रीय कारागृह के अधीक्षक को उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराने के आदेश किए हैं।
डीएसपी को डायरिया
रिश्वत के आरोपित डीएसपी हरीराम चौधरी ने भी अदालत में एक अर्जी दायर कर बताया कि उसे डायरिया है। उसने अपनी तबीयत खराब रहने के कारण चिकित्सीय सुविधा देने का आग्रह किया। इस पर अदालत ने केन्द्रीय कारागृह के अधीक्षक को उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवाने और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
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