वायुसेना का युद्धाभ्यास "लाइव वायर"आज से
जोधपुर। वायुसेना का अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास "लाइव वायर" शनिवार से शुरू होगा जो 9 अप्रेल तक जारी रहेगा। इस दौरान वायुसेना देश के अपने सभी स्थानों पर हवाई जंग का प्रदर्शन करेगी। यह एक तरह का "छद्म युद्ध" अभ्यास है, जिसमें वायुसेना के चतुर्थ रैंक के कार्मिक से लेकर वायुसेनाध्यक्ष तक शामिल होंगे। वायुसेना स्टेशन जोधपुर, उत्तरलाई, फलोदी, जैसलमेर, गुजरात के नलिया, जामनगर, भुज, महाराष्ट्र के पुणे, मुम्बई सहित वायुसेना का पूरा बेड़ा इसमें अपनी ताकत परखेगा। पहले कमान स्तर पर और बाद में एक साथ युद्धाभ्यास किया जाएगा।
अवाक्स से नियंत्रण
लड़ाकू विमानों के पूरे अभ्यास पर अवाक्स से कन्ट्रोलिंग की जाएगी। अवाक्स में यह क्षमता होती है कि वह अपने इंटरसेप्टर विमान को निर्देशित कर लक्षित विमान को गिरा सकता है। ऑपरेशनल स्तर पर अवाक्स आक्रामक अभियान व रक्षात्मक अभियान में अहम भूमिका निभाता है। अवाक्स में हवाई स्थिति पर नियंत्रण करने की क्षमता होती है।
यह हो सकता है प्रभाव
तत्काल निर्णय और कार्रवाई के इस अभ्यास से युद्ध कौशल की देशभर की मौजूदा स्थिति सामने आएगी। वायुसेना इस अभ्यास से अपनी क्षमता और कमियों को परखेगी। इससे पता चल सकेगा कि वायुसेना के बेड़े में कौन से विमान अब बाहर करने योग्य हैं और किस पर आपातकालीन स्थिति में भरोसा किया जा सकता है। कमियां कहां हैं और उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है। वायुसेना के आधुनिकीकरण की प्रगति और अन्य नई तकनीक के समावेश की संभावनाएं भी पता की जा सकेगी।
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