ब्लैक मनी को सफेद कर रहे 3 निजी बैंक!
नई दिल्ली। खोजी पत्रकार अनिरूद्ध बहल ने तीन बड़े निजी बैंकों के बारे में बड़ा खुलासा किया है। बहल ऑन लाइन मैगजीन कोबरा पोस्ट से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन रेड स्पाइडर के जरिए एचडीएफसी,आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक की पोल खोली है। दिल्ली के कांस्टि्यूशनल क्बल में प्रेस कांफ्रेंस कर बहल ने बताया कि तीनों बैंक धड़ल्ले से ब्लैक मनी को व्हाइट कर रहे हैं।
बीमा पॉलिसियों में लगा धन ब्लैक मनी
बहल के मुताबिक तीनों बैंक काला धन लेते हैं और निवेश के अलग अलग जरिए से उसे सफेद करते हैं। तीनों बैंकों की बीमा पॉलिसियों में लगा ज्यादातर पैसा ब्लैक मनी है। बहल के खुलासे के बाद आईसीआईसीआई बैंक ने बैंक ने उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाने का ऎलान किया है। यह कमेटी दो हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी।
बैंक ने एक बयान जारी कर कहा है कि आईसीआईसीआई ग्रुप अपना कारोबार कानूनी और रेग्यूलेटरी जरूरतों को ध्यान में रखकर करता है। सभी कर्मचारियों को एएमएल और केवाईसी नियमों का पालन करने का प्रशिक्षण दिया गया है। इनका उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
डिमांड ड्राफ्ट के जरिए जमा हो रहा काला धन
बहल ने स्टिंग के दौरान एक नेता का एजेंट बनकर इन बैकों के कर्मचारियों से बात की तो पता चला कि फेमा के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए डिमांड ड्राफ्ट के जरिए ब्लैक मनी जमा किया जा रहा है। ऎसा करने वाले ग्राहकों से केवाईसी और पैन नंबर तक नहीं मांगे जाते हैं। कोबरा पोस्ट की टीम इन बैंकों की दर्जनों शाखाओं और इनकी सहयोगी बीमा कंपनियों के दफ्तरों में गई।
तहकीकात के दौरान पता चला कि ये बैंक बेरोकटोक हवाला कारोबर चला रहे हैं। बहल के मुताबिक इन बैंकों की ओर से हवाला कारोबार की सेवाओं का खुले तौर पर पेशकश की जाती है। ये सुविधाएं उन ग्राहकों को दी जाती हैं जो गैर कानूनी तरीके से कमाई गई रकम को निवेश करना चाहते हैं।
कोबरा पोस्ट का दावा है कि आसानी से पैसे जमा करवाने और ज्यादा मुनाफे के लिए ये बैंक पूरी तरह से नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। बैंकों का मैनेजमेंट जानबूझ कर सुनियाजोत तरीके से इनकम टैक्स ऎक्ट,फेमा,रिजर्व बैक के मानदंडों,केवाईसी के नियमों,बैंकिंग ऎक्ट और प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए)की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
इन बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्टिंग के दौरान कोबरा पोस्ट के पत्रकारों को बगैर किसी हिचक के बताया कि किस तरह इंश्योरेंस और दूसरे इन्वेस्टमेंट प्रॉडक्ट की मदद से ब्लैक मनी की बड़ी से बड़ी रकम को व्हाइट मनी में बदला जा सकता है।
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