शनिवार, 9 मार्च 2013

12 कक्षा के छात्र ने कि बाल विवाह से तंग आकर आत्म हत्या /


12 कक्षा के छात्र ने कि बाल विवाह से तंग आकर आत्म हत्या 
बाड़मेर राजस्थान के बाड़मेर में शुक्रवार को रात करीब नो बजे साइंस में 12 कक्षा में पढने वाले एक स्कूल के छात्र गोरखराम ने बाल विवाह से तंग आकर ट्रेन से आगे कूदकर आत्म हत्या कर ली और अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि घर वाले ने मेरा बाल विवाह एक साल पहले करा दिया था और में आगे पढना चाहता हु लेकिन मेरे घर वाले मुझे काम करने के लिए कह रहे इसलिए में तंग आ गया हु और अब में बाल विवाह से तंग आकर आत्म हत्या कर रहा हु
राजस्थान में बाल विवाह करना एक परम्परा है जो कि कई सदियों से राजस्थान के ग्रमीण इलाके में चलती आ रही है लेकिन इसका कितना भयानक अंजाम होता है वो हम आज आपको बताते है कक्षा एक छात्र ने बाल विवाह से तंग आकर अपनी जान ही दे दी साइंस विषय में 12 कक्षा में पढने वाले छात्र गोरखराम पढाई में बहुत ही हुसियार था और इसी लिए उसने साइंस विषय को चुना था ताकि वह पढ़ लिख कर कुछ बन पाए लेकिन उसके घर वालो ने पुराने रीती रिवाजो से उसकी शादी मात्र 18 साल की उम्र में ही कर दी जबकि गोरखराम शादी नहीं कारन चाहता था लेकिन घर वालो के दबाब में आकर शादी कर ली शादी के बाद भी गोरखराम पढना चाहता था इसीलिए वो बाड़मेर शहर आकर अपनी पढाई जारी को जारी रखा लेकिन घर वाले उस पर पढाई छोड़ कर काम करने का दबाबबनाया जिसे तंग आकर गोरखराम ने ट्रेन के आगे कूदकर आपनी जान दे दी और उसके पढने लिखने सपने हमेशा के लिए ही खत्म हो जाते है सिर्फ बाल विवाह के कारण बाड़मेर रेलेव पुलिस के थानधिकारी के अनुसार साइंस में 12 कक्षा में पढने वाले एक स्कूल के छात्र ने बल विवाह से तंग आकर ट्रेन से आगे कूदकर आत्म हत्या कर लीअब हमने उसके घर वालो को सुचन ददे दी है और उसके आपस एक सुसाइड नोट मिला है जिसमे सुसाइड का कारण बाल विवाह से तंग आकर बताया है गोरखराम ने अपने सुसाइड नोट में एक और बात लिखी है कि सरकार बाल विवाह को लेकर कड़े कदम उठाए ताकि मुझ जेसे और लडको की जिन्दगी बर्बाद होने से बचे दरसल यह घटना तमाचा मारती है उन समाज के ठेकेदारों पर जो की आज भी परम्परा के नाम पर अपनी दुकाने चलते है और इस तरह से छात्रों की जिन्दगी को बर्बाद करते है --

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