मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

foto......थार में पहली बार दिखेगा पिलेट्स











थार में पहली बार दिखेगा पिलेट्स 

पश्चिमी सीमा पर वायुसेना के युद्घाभ्यास ॔आयरन फीस्ट’ के दौरान हाल ही में शामिल किए गए ट्रेनर विमान पिलेट््स प्रदर्शन करेगा। यह विमान हवाई करतब दिखाएगा। यह विमान शुरूआत में ही करतब दिखाएगा। 

भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षु पायलटों को नए पंख मिल गए हैं। अब वे आकाश में अठखेलियाँ करने के गुर और भी जल्दी तथा बेहतरीन ंग से सीख सकेंगे। स्विट्जरजैंड का पिलेटस पीसी7 मार्क टू विमान वायु योद्घाओं की नयी सवारी बना है। वायुसेना स्टेशन, यलाहंका में आयोजित एशिया के विमानों के सबसे बड़े मेले ॔एअरो इंडिया2013’ में यह रंगबिरंगा विमान सभी के आकर्षण का केन्द्र बना रहा। ॔अस्त्र’ के नाम से विख्यात यह विमान भारतीय वायुसेना के नए पायलटों को न केवल शुरूआती तौर पर प्रशिक्षण में मददगार बन रहा बल्कि भविष्य में सुखोई और मिराज जैसे आधुनिकतम लड़ाकू विमानों के लिए दक्ष पायलट पूरी तरह से तैयार करने में मददगार साबित होगा। 

ट्रेनर विमान का नाम पिलेट्स स्विट्जरजैंड की एक पर्वत श्रंृखला के नाम पर रखा गया है। इस विमानके पायलटों का कहना है कि ॔किसी भी नए विमान को उड़ाना बेहतरीन अनुभव होता है और वैसे भी यह विमान प्रशिक्षण के लिहाज से सर्वोत्तम है। उड़ान के दौरान अनुभव जोरदार रहा।’ स्विट्जरलैंड से बतौर ॔टेस्ट पायलट’ यहाँ आये स्टीफन ग्रेउब ने भी इस यात्रा को अविस्मरणीय बताया। उन्होंने कहा कि पिलेट्स वास्तव में एक सुरक्षित, नियंत्रण में आसान और वैमानिकी के लिहाज से उत्कृष्ट विमान है। इस विमान के शामिल होने के पहले वायुसेना के प्रशिक्षु पायलटों को एचपीटी32 दीपक विमान पर प्रशिक्षित किया जाता था। यह पुराना हो जाने के कारण कुछ साल पहले इसे फेज आउट कर दिया गया। एयरफोर्स का कहना है कि यह विमान फेज वन ;स्टेजवनद्ध की प्रशिक्षण जरूरतों को तो पूरा करेगा ही, साथ ही आगे के प्रशिक्षण चरणों ;स्टेजटू एवं थ्रीद्ध के लिए भी आधार तैयार करेगा। उन्होंने बताया कि इससे कम समय में उत्तम प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। 

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