तिवाड़ी,चतुर्वेदी,कटारिया को बुलाया दिल्ली
जयपुर। प्रदेश भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष के बाद नेता प्रतिपक्ष को लेकर विवाद शनिवार को सुलझने की संभावना है। इस संबंध में केंद्र्रीय नेतृत्व ने शनिवार को सभी प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुलाया है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर अंतिम निर्णय होगा। इस पद के लिए घनश्याम तिवाड़ी के नाम पर आम सहमति बनने की संभावना है। वहीं बैठक में एक धड़ा अभी भी अंतिम दांवपेच के रूप में दबे छुपे तरीके से असहयोग का मंतव्य जाहिर कर सकता है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा के आला नेताओं और संघ पदाधिकारियों के बीच गुरूवार को हुई बैठक के बाद विभिन्न मुद्दों पर सहमति में प्रदेशाध्यक्ष पद पर वसुंधरा राजे के नाम को दोनों ही पक्षों ने हरी झंडी दे दी। वहीं राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए करीब आधा दर्जन नामों पर विचार हुआ लेकिन सहमति नहीं बन पाई है। इसे देखते हुए प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी, गुलाबचंद कटारिया सहित कई नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। अंतिम निर्णय कल आहूत बैठक में होगा।
सामंजस्य का प्रयास
तमाम कवायद के बीच पिछले चार साल से पार्टी के अंदर चल रही अंदरूनी उठापटक को देखते हुए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष निर्विवाद नेता प्रतिपक्ष का चयन टेढ़ी खीर बन गया है। इसको देखते हुए सभी के साथ तालमेल बैठाने वाले नेता पर केंद्रीय नेतृत्व की निगाह है।
जातिगत समीकरण
माना जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष के पद पर वसुंधरा राजे का नाम आने के बाद अब नेता प्रतिपक्ष के लिए जातिगत समीकरण के आधार पर निर्णय होगा। इसके तहत गैर राजपूत वर्ग में ब्राह्मण-वैश्य और पिछड़े वर्ग में पैठ रखने वाले को प्राथमिकता की पैरवी की जा रही है।
बजट सत्र भी केंद्र में
बैठक में 21 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में राज्य सरकार को घेरने की तैयारी, लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों पर भी बात होने की संभावना है।
मैं आज पारिवारिक कार्यक्रम के तहत सीकर में हूं, केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे शनिवार को दिल्ली बुलाया है, जहां पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा होगी।
घनश्याम तिवाड़ी,उपनेता प्रतिपक्ष,राजस्थान विधानसभा
जयपुर। प्रदेश भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष के बाद नेता प्रतिपक्ष को लेकर विवाद शनिवार को सुलझने की संभावना है। इस संबंध में केंद्र्रीय नेतृत्व ने शनिवार को सभी प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुलाया है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर अंतिम निर्णय होगा। इस पद के लिए घनश्याम तिवाड़ी के नाम पर आम सहमति बनने की संभावना है। वहीं बैठक में एक धड़ा अभी भी अंतिम दांवपेच के रूप में दबे छुपे तरीके से असहयोग का मंतव्य जाहिर कर सकता है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा के आला नेताओं और संघ पदाधिकारियों के बीच गुरूवार को हुई बैठक के बाद विभिन्न मुद्दों पर सहमति में प्रदेशाध्यक्ष पद पर वसुंधरा राजे के नाम को दोनों ही पक्षों ने हरी झंडी दे दी। वहीं राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए करीब आधा दर्जन नामों पर विचार हुआ लेकिन सहमति नहीं बन पाई है। इसे देखते हुए प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी, गुलाबचंद कटारिया सहित कई नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। अंतिम निर्णय कल आहूत बैठक में होगा।
सामंजस्य का प्रयास
तमाम कवायद के बीच पिछले चार साल से पार्टी के अंदर चल रही अंदरूनी उठापटक को देखते हुए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष निर्विवाद नेता प्रतिपक्ष का चयन टेढ़ी खीर बन गया है। इसको देखते हुए सभी के साथ तालमेल बैठाने वाले नेता पर केंद्रीय नेतृत्व की निगाह है।
जातिगत समीकरण
माना जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष के पद पर वसुंधरा राजे का नाम आने के बाद अब नेता प्रतिपक्ष के लिए जातिगत समीकरण के आधार पर निर्णय होगा। इसके तहत गैर राजपूत वर्ग में ब्राह्मण-वैश्य और पिछड़े वर्ग में पैठ रखने वाले को प्राथमिकता की पैरवी की जा रही है।
बजट सत्र भी केंद्र में
बैठक में 21 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र में राज्य सरकार को घेरने की तैयारी, लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों पर भी बात होने की संभावना है।
मैं आज पारिवारिक कार्यक्रम के तहत सीकर में हूं, केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे शनिवार को दिल्ली बुलाया है, जहां पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा होगी।
घनश्याम तिवाड़ी,उपनेता प्रतिपक्ष,राजस्थान विधानसभा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें