गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013
कर्मचारियों से कलेक्टर कार्यालयों के बहार सरकार के खिलाफ तम्बू ताने
कर्मचारियों से कलेक्टर कार्यालयों के बहार सरकार के खिलाफ तम्बू ताने
बाड़मेर राज्य सरकार की कथित वादा खिलाफी को लेकर प्रदेश के सभी 7 लाख कर्मचारी अपनी11 सूत्री मांगों को गुरुवार को जिला मुख्यालयों पर तीन घंटे का सांकेतिक धरना दिया गया।बाड़मेर ,जैसलमेर ,जोधपुर ,पाली जोधपुर में कलेक्ट्रेट के बाहर विशाल तंबू तान कर्मचारी दोपहर 12 से 3 बजे तक धरने पर बैठे। यहां कर्मचारी नेताओं ने कर्मचारियों को संबोधित किया और 4 मार्च को विधानसभा घेराव में शरीक होने का आह्वान किया।
राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष संचालन समिति के कई कर्मचारी नेताओं ने सभा संबोधित किया। इन कर्मचारी नेताओं ने कहा कि प्रदेश स्तर पर दोनों महासंघों के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया है कि कर्मचारियों की मांगों व प्रदेश सरकार की वादा खिलाफी पर एकजुट होकर संघर्ष किया जाएगा। इसके तहत जिला मुख्यालय पर धरना तथा इसके बाद 4 मार्च को जयपुर में रैली निकाल कर विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
कर्मचारी संघ इन मांगों को लेकर उतरे हैं आंदोलन पर : राज्य कर्मचारियों को केंद्र के अनुसार 1 जनवरी 2006 से वेतन,भत्ते ,पेंशन इत्यादि दिया जाए। कर्मचारियों को 9,18,27 वर्ष पर देय चयनित वेतनमान पर पहले की तरह पदोन्नति पद पे ग्रेड दी जाए। संविदा , अस्थाई ,फिक्स वेज एवं एजेंसी के माध्यम से भर्ती बंद की जाए। रिक्त पद समाप्त करने के स्थान पर उन पदों को भरते हुए भर्ती की जाए। नवीन पेंशन नियम वर्ष 2004 वापस लिया जाए। नवीन भर्ती अधिनियम 2006 वापस लिया जाए। मंत्रालयिक संवर्ग को सचिवालय संवर्ग के समान वेतन दिया जाए ,पद क्रम में एक पद विलोपित किया जाए।कर्मचारियों को सस्ती दर पर आवास देने तथा संसद में लंबित पेंशन विधेयक को वापस लिया जाए तथा ग्रामीण भत्ता दिया जाए।
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