पोकरण में गरजी स्वदेशी बोफोर्स
जैसलमेर । गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) जबलपुर में निर्मित स्वदेशी बोफोर्स (155 एमएम) तोप राजस्थान के पोकारण रेंज में जमकर गरज रही है। तीन-चार दिनों से जारी फायरिंग में तोप ने 38 किमी की दूरी तक बम दागे हैं। सोमवार को सेना के उच्चस्तरीय दल के सामने तोप का परीक्षण होगा। अब तक हुई फायरिंग के परिणाम सफल बताए जा रहे हैं।
सेना ने 28 जनवरी से 1 फरवरी तक पोकरण रेंज में स्वदेशी बोफोर्स तोप से लगातार 7-8 राउंड फायरिंग की। रेंज में सेना द्वारा इस्तेमाल की जा रही बोफोर्स और जीसीएफ में तैयार स्वदेशी बोफोर्स के प्रोटोटाइप से एक साथ फायरिंग की जा रही है। सेना यह जानने का प्रयास कर रही है कि स्वदेशी तोप पुरानी बोफोर्स से कितनी बेहतर है। फायरिंग का दौर 4 फरवरी तक चलने की संभावना है।
लाइव एमुनेशन
पोकरण रेंज में तोप से विभिन्न डिग्री पर फायरिंग की जा रही है। फायरिंग में सेना डमी की जगह लाइव एमुनेशन का उपयोग कर रही है।
सफल हुई तो उत्पादन
स्वदेशी बोफोर्स तोप पोकरण में सेना के मानदंडों पर खरी उतरती है तो इसका उत्पादन जीसीएफ में शुरू हो जाएगा।
स्वदेशी बोफोर्स तोप के पोकरण के परिणाम पहले के परीक्षणों से अच्छे हैं। सोमवार को सेना के वरिष अधिकारी इसकी क्षमता देखेंगे। उम्मीद है कि जल्द इसके उत्पादन के ऑर्डर जीसीएफ को मिलेंगे।
एसपी यादव, पूर्व वरिष्ठ जीएम, जीसीएफ
जैसलमेर । गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) जबलपुर में निर्मित स्वदेशी बोफोर्स (155 एमएम) तोप राजस्थान के पोकारण रेंज में जमकर गरज रही है। तीन-चार दिनों से जारी फायरिंग में तोप ने 38 किमी की दूरी तक बम दागे हैं। सोमवार को सेना के उच्चस्तरीय दल के सामने तोप का परीक्षण होगा। अब तक हुई फायरिंग के परिणाम सफल बताए जा रहे हैं।
सेना ने 28 जनवरी से 1 फरवरी तक पोकरण रेंज में स्वदेशी बोफोर्स तोप से लगातार 7-8 राउंड फायरिंग की। रेंज में सेना द्वारा इस्तेमाल की जा रही बोफोर्स और जीसीएफ में तैयार स्वदेशी बोफोर्स के प्रोटोटाइप से एक साथ फायरिंग की जा रही है। सेना यह जानने का प्रयास कर रही है कि स्वदेशी तोप पुरानी बोफोर्स से कितनी बेहतर है। फायरिंग का दौर 4 फरवरी तक चलने की संभावना है।
लाइव एमुनेशन
पोकरण रेंज में तोप से विभिन्न डिग्री पर फायरिंग की जा रही है। फायरिंग में सेना डमी की जगह लाइव एमुनेशन का उपयोग कर रही है।
सफल हुई तो उत्पादन
स्वदेशी बोफोर्स तोप पोकरण में सेना के मानदंडों पर खरी उतरती है तो इसका उत्पादन जीसीएफ में शुरू हो जाएगा।
स्वदेशी बोफोर्स तोप के पोकरण के परिणाम पहले के परीक्षणों से अच्छे हैं। सोमवार को सेना के वरिष अधिकारी इसकी क्षमता देखेंगे। उम्मीद है कि जल्द इसके उत्पादन के ऑर्डर जीसीएफ को मिलेंगे।
एसपी यादव, पूर्व वरिष्ठ जीएम, जीसीएफ
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें