शनिवार, 23 फ़रवरी 2013
हेदराबाद बम ब्लास्ट में जालोर का लाल हुआ शिकार
कोई लौटा दो मेरा लाल...
हेदराबाद बम ब्लास्ट में जालोर का लाल हुआ शिकार
जालोर रामसीन। जालोर का लाडला छोगाराम हेदराबाद बम विस्फोट का शिकार हो गया .अभी उसने जवानी की दहलीज पर कदम रखा था मगर कुछ माह पूर्व उसके पिता का निधन हो जाने से पारिवारिक जिम्मेदारिय छोगाराम के कंधो पर आ गई जिसके चलते उसने गाँव के अन्य साथियो के सहयोग से रोजगार के लिए हेदराबाद का रूख कर लिया उसे क्या पता था की वह आन्तावाद का शिकार हो जाएगा ,आज जब उसका शव गाँव पहुंचा तो उसकी बुड्ढी माँ का बुरा हल था .उसका लाल आंतकवाद का शिकार होकर हमेशा के लिए उससे बिछड़ गया .
"हे भगवान ऎसा क्या गुनाह किया था... जो मेरे लाल की जिंदगी छीन ली... कोईतो मेरे लाल को लौटा दो..." यह करूण क्रंदन था हैदराबाद बम बलास्ट में मृतक छोगाराम की मां का। ह्वदय विदारक बम बलास्ट में जोड़वाड़ा के लाल की मौत ने गांव का मंजर ही बदल दिया।हाल यह था कि गांव में सन्नाटे के बीच सिर्फमार्मिक रूदन सुनाईदे रहा था। रो-रो कर इस मां की आंखें पथरा गई, लेकिन उसके लबों पर नाम था तो सिर्फअपने लाल का।रो-रोकर वह बार-बार बेसुध होकर गिर पड़ती। जैसे ही होश आता वह चित्कार उठती।
छाती पिट-पिट कर वह मार्मिक रूदन कर रही थी। तो वहां खड़े लोग भी अपनी आंखों से आंसू निकलने से नहीं रोक पाए। रिश्तेदार और परिचित आते और ढाढस बंधाते, लेकिन दुखियारी मां के सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था। आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में हुए आतंकी बम धमाके में जोड़वाडा गांव के छोगाराम की मौत की खबर जैसे ही ग्रामीणों को मिली पूरे गांव में शोक की लहर छा गई। जिसने भी सुना सन्न रह गया।
हर कोई मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाने उनके घर पहुंचा, लेकिन यहां का गमगीन माहौल देख हर कोई रो पड़ा।मृतक की मां रोते हुए कह रही थी कि उसका लाल होली पर घर आने वाला है इसके लिए उसने टिकिट भी करवा ली है। लेकिन अब वह क्यिा करे। अपने लाड़ले भाई के बारे में बताते हुए बडे भाई कपूराराम ने बिलखते हुए कहा कि तीन दिन पहले ही उसका फोन आया था। कह रहा था वह ठीक है और जल्द ही घर आ जाएगा। लेकिन देश द्रोहियों ने उसे भाई को परिवार से अलग कर दिया। उसने देश के ऎसे दुश्मनों को फांसी से भी बदतर सजा देने की बात कहीं।
गांव में शोक की लहर
बम बलास्ट में छोगाराम के मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में शौक की लहर छा गई। कई घरों में चूल्हे भी नहीं जले। गांव के जेपाराम पुरोहित ने बताया "उसका भाई मसराराम भी मतक छोगाराम के साथ ही लॉज में काम करता है। घटना से चंद मिनट पहले ही वे दोनों साथ थे... उसके भाई के वहां से जाने के कुछ देर बाद ही धमाका हुआ... जिसमें छोगाराम की जिंदगी लील ली...।
ग्रामीणों को सताने लगी चिंता
हैदराबाद में आतंकी बम धमाके के बाद ग्रामीणों को वहां व्यवसाय कर रहे अपने सगे-सम्बंधी और परिजनों की चिंता सताने लगी है।गांव के करीब 15 युवक हैदराबाद में व्यवसायरत है।ऎसे में गुरूवार को जैसे ही लोगों को टीवी पर धमाके की खबर मिली लोगों ने दूरभाष पर सम्पर्क कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। गांव के नारायणलाल पुरोहित ने बताया कि छोगाराम के अलावा सभी लोग कुशल है।
जालोर जिला कलेक्टर राजन विशाल ने बताया की छोगाराम हेदराबाद में कम करता था .जन्हा वह उस रात को बाज़ार गया हुआ था ,इस दौरान बोम ब्लास्ट हो गया जिसमे उसकी जान चली गई .प्लेन से उसका शव गाँव लाया गया था ,घर वालो ने थोड़ा विरोध किया था आपसी समझॆस के बाद शव उठा लिया तथा अंतिम संस्कार कर लिया .
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें